मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का पगफेरा खान विभाग के लिए शुभ, चालू वित्त वर्ष में अभी तक 19 मेजर मिनरल के ब्लॉक हुए नीलाम, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का पगफेरा देश के खनन उद्योग के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है. चालू वित्त वर्ष में आचार संहिता लगने तक मेजर मिनरल के 16 ब्लॉक्स नीलाम हुए थे और अब प्रक्रिया दोबारा शुरू होने पर लाइमस्टोन के तीन ब्लॉक नीलाम हो चुके हैं. इससे प्रदेश में न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे वरन प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी और खनिज आत्मनिर्भरता के मामले में राजस्थान अग्रणी राज्यों में शुमार हो जाएगा. एक रिपोर्ट

चालू वित्त वर्ष में खान विभाग ने अभी तक मेजर मिनरल के कुल 19 ब्लॉक्स को नीलाम करने में सफलता अर्जित की है. इनमें से कंपोजिट लाइसेंस के 9 ब्लॉक और माईनिंग लाइसेंस के लिए 10 ब्लॉक्स की सफल नीलामी की गई है. खास बात यह है कि प्रदेश में लाइमस्टोन ब्लॉक को हासिल करने में अंबुजा सीमेंट ने बड़ी छलांग लगाई है जिन 10 लाइमस्टोन ब्लॉक की अभी तक इस वित्त वर्ष में नीलामी हुई है उनमें से 8 अंबुजा सीमेंट के नाम गए हैं. पिछले एक सप्ताह में जिन तीन लाइमस्टोन ब्लॉक की नीलामी हुई है उन तीनों को अंबुजा सीमेंट में सर्वाधिक बोली लगाकर अपने नाम किया है. इन तीन ब्लॉक की नीलामी से प्रदेश को 200 करोड रुपए से अधिक प्राप्त होंगे. दरअसल मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में खान विभाग मेजर मिनरल्स की नीलामी के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है. राज्य में पहली बार एक साथ 79 मेजर मिनरल्स की नीलामी 21 फरवरी से शुरु हुई है. इनमें लाईमस्टोन के 68 ब्लॉकों की माइनिंग लीज की नीलामी होगी, वहीं कंपोजिट लाइसेंस के लिए सिलिसियस अर्थ, फ्लोराईट, बेसमेटल और आयरन ओर के 11 ब्लॉक्सों की नीलामी की जा रही है. पहले तीन ब्लॉक नीलाम हो चुके हैं. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा स्वयं खान मंत्री भी है और नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विभाग एक्शन मोड़ में आते हुए माइनर व मेजर मिनरल ब्लॉकों की नीलामी, आरसीसी-ईआरसीसी ठेकों की नीलामी के साथ ही अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ 15 दिन का राज्यव्यापी संयुक्त अभियान चला चुका है. खान सचिव आनन्दी और निदेशक भगवती प्रसाद कलाल की देखरेख में ई ऑक्शन चल रहा है. मेजर मिनरल ब्लॉकों की ई-नीलामी भारत सरकार के एमएसटीसी पोर्टल पर की जा रही है. अभी तक 53 लाइमस्टोन ब्लॉक के लिए कुल 172 टेंडर डॉक्युमेंट बिके हैं। अंबुजा, अल्ट्राटेक, जेके, बिनानी, डालमिया, श्री, वंडर सहित नमकीन सीमेंट कंपनियां प्रतिस्पर्धा कर रही है। नागौर जिले के 15 लाईमस्टोन ब्लॉकों की माइनिंग लीज के लिए 21 फरवरी से ई-नीलामी प्रक्रिया चल रही है जो 11 मार्च तक होगी. इसी तरह से नागौर जिले के ही लाईमस्टोन के 51 ब्लॉकों और चित्तोड़गढ़ और जैसलमेर के एक-एक लाईमस्टोन ब्लॉकों की ई-नीलामी 26 मार्च से होकर 13 जून, 2024 तक चलेगी. मेजर मिनरल्स के 11 ब्लॉकों के कंपोजिट लाइसेंस के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया 26 मार्च से 11 अप्रेल, 2024 तक चलेगी. इसमें जैसलमेर के 4 सिलिसियस अर्थ ब्लॉक, बाड़मेर के सिलिसियस अर्थ के ही 3 ब्लॉक की ई-नीलामी के साथ ही जालौर के फ्लोराइट के 1 ब्लॉक, चित्तोड़गढ़ और भीलवाड़ा के एक-एक बेसमेटल और जयपुर में आयरन ओर के एक ब्लॉक की कंपोजिट लाइसेंस के लिए ई-नीलामी की जाएगी. दरअसल मेजर मिनरल्स में लाईमस्टोन, मेंगनीज, आयरन ओर, कॉपर, लीड-जिंक, सिलिसियस अर्थ, गारनेट,  एमरल्ड, गोल्ड, लिथियम आदि आते हैं. निदेशक माइंस भगवती लाल कलाल ने बताया कि विभाग द्वारा इस वित्तीय वर्ष में अब तक 16 मेजर मिनरल ब्लॉक्स की नीलामी कर चुका है. अब 79 ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया शुरु की गई है. निदेशक कलाल ने बताया कि विभागीय वेबसाइट व भारत सरकार के पोर्टल पर मेजर मिनरल्स की ई-नीलामी का विस्तृत विवरण उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि मेजर मिनरल्स की नीलामी की पूरी व्यवस्था पारदर्शी होने के साथ ही कोई भी इच्छुक व्यक्ति पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर ई-नीलामी में हिस्सा ले सकता है.