जोधपुरः जोधपुर में चल रहे युद्धाभ्यास तरंग शक्ति 2024 के दौरान गुरुवार को भारतीय वायुसेना के एरोबेटिक सूर्य किरण टीम और सारंग टीम ने हवा में कलाबाजियां दिखाई. इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया में कई विकट परिस्थितियां हैं. इसमें भारत का लक्ष्य सबका हाथ पकड़ कर साथ चलने का है.
तरंग शक्ति 2024 अभ्यास के तहत गुरुवार को जोधपुर वायु सेना स्टेशन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में भारतीय वायुसेना के एरोबेटिक सूर्य किरण टीम और सारंग टीम में हवा में कला बाजियां दिखाई. इस मौके पर राजनाथ सिंह ने वहां मौजूद करीब 27 देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आपके साथ मिलकर काम करने को इच्छुक है. हमारा कोऑपरेशन सिर्फ पॉलिटिकल या टेक्निकल सिनर्जी तक ही सीमित न रहे, बल्कि हाई टू हाई सिनर्जी के रूप में बदले.
उन्होंने कहा कि हाई सिनर्जी के रूप में बदले आज के समय में एक दूसरे से आगे निकलने 2024 की होड़ लगी हुई है. कई स्थानों पर तो अलग-अलग देशों के बीच लगातार युद्ध चल रहे हैं. इन विकट परिस्थितियों में भारत का लक्ष्य यही है कि हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलेंगे. पूरी दुनिया में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं और जिस तरह से दुनिया के समक्ष नई चुनौतियां आ रही है, उन्हें देखते हुए हमें अपनी पार्टनरशिप और कोलैबोरेशन को नई ऊंचाई तक ले जाने की जरूरत है. उम्मीद है कि फॉरेन डिग्निटरीज इस बारे में विचार करेंगे और भारत के बढ़ते डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में अपनी सहभागिता बढ़ाने के बारे में वह सोचेंगे.
रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ समय पहले तक भारत को आर्म्स एंड इक्विपमेंट के मामले में महज एक इंपोर्ट करने वाले देश के रूप में देखा जाता था, लेकिन आज भारत लगभग 90 देशों को आर्म्स इक्विपमेंट एक्सपोर्ट करता है. ऐसे अनेक उदाहरण हैं जो हमारी वायु सेना और हमारे रक्षा क्षेत्र के इवोल्यूशन की एक स्वर्णिम कहानी कहते हैं. उन्होंने तरंग शक्ति के आयोजन को लेकर कहा कि भारतीय वायु सेना की यह बड़ी सफलता है. यह टीम एफर्ट है. रक्षा मंत्री ने इस आयोजन से जुड़े लोगों को शुभ कामनाएं दी
जोधपुर एयरबेस पर चल रहे युद्धाभ्यास नइस दौरान देश में निर्मित हेलीकॉप्टर प्रचंड और तेजस ने अपना दम दिखाया. करीब एक घंटे चले इस एयर शो की शुरुआत वायु सेना की अग्निवीर महिलाओं ने ड्रिल से की. इस शो में भाग ले रहे सभी देशों के एयर चीफ के अलावा भारत की तीनों सेना के चीफ मोजूद थे. वहीं, केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, डीआरडीओ प्रमुख, जोधपुर के पूर्व महाराजा गजसिंह सहित अन्य भी मौजूद रहे.