जयपुर: प्रदेश में पेयजल प्रबंधन पर फोकस कर रही भजनलाल सरकार अब रामगढ़ के रोड़े हटवाने में जुट गई है. बरसों तक रामगढ़ बांध के भराव क्षेत्र के दौरे कर चुकी राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग कमेटी ने फिर से बांध का दौरा कर कई अवैध निर्माणों को चिन्हित किया है. कमेटी ने यह भी माना है कि बांध की राह में फिर से अतिक्रमण हो गए और जिम्मेदारों ने खोज-खबर तक नहीं ली. ऐसा लगता है कि बरसों तक जिम्मेदारों की मिलीभगत से रामगढ़ की राह में रोड़े खड़े होते रहे.
कभी जयपुर की प्यास बुझाने वाला रामगढ़ बांध आज खुद ही पानी को तरस रहा है. बांध के बहाव क्षेत्र में लगातार खड़े होते रहे अतिक्रमणों ने बांध का गला घोंट दिया. लेकिन सूबे के मुखिया ने बांध की राह को फिर से खोलने का जिम्मा लिया है. दो दिन से मॉनिटरिंग कमेटी बांध का निरीक्षण कर रही है. बांध के भराव क्षेत्र में अतिक्रमण देख कमेटी ने जिम्मेदार अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की है और साफ तौर पर कहा कि यदि लगातार देखरेख होती तो मजाल है कि अतिक्रमण फिर से होते. कमेटी सदस्य अधिवक्ता वीरेन्द्र डांगी दो दिन से लगातार कई किलोमीटर तक चक्कर लगाकर यह देख रहे हैं कि आखिर बांध की राह को कहां-कहां रोका गया है.
रामगढ़ बांध एक नजर में
वर्ष 1903 में बना था बांध
बांध की भराव क्षमता है 2.65 TMC
बांध से 2005 तक जयपुर को मिला रहा पेयजल
बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण के बाद 2006 में नहीं भरा बांध
वर्ष 2011 में बनी हाई कोर्ट मॉनिटरिंग कमेटी
कमेटी की रिपोर्ट पर हटवाए गए अतिक्रमण
बांध में 2016 में हुई थी पानी की आवक
आठ साल से बांध में किया जा रहा पानी का इंतजार
अब हाई कोर्ट मॉनिटरिंग कमेटी पहुंची बांध के रोड़े देखने
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के तहत भरा जाएगा बांध
ईसरदा बांध से लाया जाएगा रामगढ़ बांध में पानी
रामगढ़ तक पानी लाने की योजना पर खर्च होंगे 1250 करोड़ रुपए
बांध तक पानी लाने का काम 2027 तक करना होगा पूरा
ईसरदा से अधिशेष रहे पानी रामगढ़ में 1.95 TMC पानी डाला जाएगा
कमेटी सदस्यों ने आज सवेरे फिर से बांध के बहाव क्षेत्र का निरीक्षण किया. कमेटी बाण गंगा नदी के उद्गम स्थल तक पहुंची और राह में जगह-जगह अतिक्रमण देख नाराजगी भी जाहिर की. कमेटी ने आज मौके पर कई बीघा में बना रिसोर्ट देखा और जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए कि रिसोर्ट के फ्लो बैक की स्थिति देखी जाए कि पानी की निकासी का क्या इंतजाम कर रखा है. ताला में मैन रोड पर पीडब्ल्यूडी ने पाइल नहीं डाल रखे थे. कमेटी ने पाइप डालने के निर्देश दिए ताकि पानी बांध तक पहुंच सके. उधर, ताला से रामगढ़ तक करीब 17 किलोमीटर तक पूर्व में खोदी गई ड्रेंच बंद पड़ी थी. कमेटी ने उसे फिर से खोदने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान जगह-जगह मिले फार्म हाउसों की जांच के निर्देश भी दिए. कहा गया कि कहीं फार्म हाउसों के कारण ही तो बांध का रास्ता तो नहीं रुक रहा है. कमेटी दो दिन के निरीक्षण की रिपोर्ट बनाकर हाईकोर्ट को पेश करेगी.