बांग्लादेश में अशांति का असर उद्योग पर, मौजूदा सियासी संकट भारत के कपड़ा उद्योग के लिए अवसर, अंतरराष्ट्रीय खरीदार कर सकते रुख

बांग्लादेश में अशांति का असर उद्योग पर, मौजूदा सियासी संकट भारत के कपड़ा उद्योग के लिए अवसर, अंतरराष्ट्रीय खरीदार कर सकते रुख

नई दिल्लीः बांग्लादेश में हिंसा के चलते फैली अशांति का असर उद्योग पर भी पड़ेगा. मौजूदा सियासी संकट भारत के कपड़ा उद्योग के लिए अवसर पैदा करेगा. क्योंकि बांग्लादेश के निर्यात में कपड़ा क्षेत्र की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. लेकिन हिंसा की वजह से निर्यात लगातार प्रभावित हो रहा है. ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय खरीदार भारत का रुख कर सकते है. 

बांग्लादेश में करीब 25 फीसदी कपड़ा कारखानों के मालिक भी भारतीय ही है. ऐसे में हालात ठीक नहीं होने की स्थिति में कारखाने भारत शिफ्ट हो सकते है. जयपुर के गारमेंट निर्यातकों से भी अंतरराष्ट्रीय खरीदार संपर्क कर रहे है. ऐसे में निर्यातकों को क्रिसमस ऑर्डर में 20 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना लगाई जा रही है. बांग्लादेश हर माह 3.8 और भारत 1.5 अरब डॉलर का कपड़ा निर्यात करता है. 

उपद्रव के बीच बांग्लादेश से भारत के लिए उड़ानें बहाल हो गई है. एअर इंडिया की फ्लाइट पहुंची ढाका से दिल्ली पहुंची. ऐसे में यात्रियों का कहना है कि ढाका में लोग डरे हुए थे, अवामी लीग के नेताओं के घर जलाए जा रहे है. बांग्लादेश में घरों से लेकर सड़कों और संसद तक लोगों का उपद्रव जारी है. ऐसे में अब भारतीय उच्चायोग के 190 कर्मचारी वापस भारत लौटे है. एअर इंडिया के विशेष विमान से ढाका से 190 कर्मचारी वापस लाए गए है. जबकि उच्चायोग के 30 कर्मचारी अभी ढाका में ही मौजूद है