कोटपूतली : 5 दिन से मासूम चेतना बोरवेल में फंसी हुई है. 113 घंटे पूरे हो जाने के बाद भी प्रशासन को सफलता नहीं मिली है. चेतना को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है. आपको बता दें कि करीब 113 घंटे हो गए 3 साल की मासूम चेतना को बोरवेल में गिरे हुए. आज दोपहर 2 बजे 5 दिन बोरवेल में गिरे पूरे हो जाएंगे. प्रशासन को सफलता नहीं मिली, अभी तक पाइप की वेल्डिंग की जा रही है. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अभी तक कोई नेता और प्रशासन का अधिकारी ढाढस बंधाने नहीं आया. परिजन जब अधिकारियों से पूछते हैं तो अधिकारी कोई जवाब नहीं देते है. अब सवाल ये उठ रहा है आखिर 5 दिन से वहां चल क्या रहा है?
आपको बता दें कि शुक्रवार को कोटपूतली के कीरतपुरा गांव में 3 साल की मासूम चेतना को बोरवेल से सुरक्षित निकालने के लिए 100 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. प्रशासन और NDRF-SDRF की टीमें बच्ची तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं, लेकिन अभी तक के सारे प्लान फेल साबित हुए हैं. इधर, मासूम के पिता का रो-रो कर बुरा हाल है, अब तो आंसू सूखते जा रहे हैं. आपको बता दें कि इस हादसे के रेस्क्यू ऑपरेशन में सबसे अधिक संसाधन उपयोग करने के बावजूद भी नतीजा शिफर ही रहा है. बताया जा रहा है कि अब तक जितने भी बोरवेल हादसे हुए हैं सबसे अधिक संसाधन कोटपूतली बोरवेल हादसे में उपयोग लिए जा चुके हैं जिसमें 3 जेसीबी मशीन, दो पाइलिंग मशीन, 2 क्रेन, 10 ट्रैक्टर सहित आदि मशीनरी का उपयोग किया जा चुका है, लेकिन अभी तक भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
जानकारी के अनुसार NDRF और प्रशासन के हाथ खाली हैं और किसी के पास इस बात का जवाब नहीं है कि कब तक यह ऑपरेशन कंप्लीट कर लिया जाएगा. आज पांचवे दिन भी 3 साल की मासूम चेतना को बाहर नहीं निकाला जा सका है. एनडीआरएफ़ के एक अधिकारी ने बताया कि हमने नीचे तक खुदाई कर ली है, और अब नीचे जाने के लिए केसिंग पाइप डाली जा रही है. ये बचावकर्मियों की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है क्योंकि यहां की मिट्टी नम है. बारिश की वजह से वेल्डिंग के काम में मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन खराब मौसम की चुनौती के बावजूद हम प्रयास कर रहे हैं.
प्लान A फेल होने के बाद प्लान B का उपयोग:
आपको बता दें कि चेतना को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए प्लान A फेल होने के बाद प्लान B को उपयोग में लाया गया, लेकिन अभी तक उससे भी कोई परिणाम नहीं निकला है. वहीं, शुक्रवार दोपहर बाद बारिश आने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन रुका हुआ है.घटनास्थल पर 5 दिन से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं होने की वजह से अब रेस्क्यू टीम और प्रशासन की प्लानिंग पर सवाल उठने लगे हैं. अगर परफेक्ट प्लानिंग के तहत काम किया गया होता तो शायद अब तक ये रेस्क्यू ऑपरेशन कामयाब हो चुका होता.