एक बार फिर वित्तीय वर्ष में राजस्व लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया परिवहन विभाग, रैंकिंग में जयपुर RTO द्वितीय प्रथम स्थान पर

जयपुरः परिवहन विभाग एक बार फिर वित्तीय वर्ष में अपना राजस्व लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया है. 7100 करोड़ के राजस्व लक्ष्य के मुक़ाबले विभाग को 6700 करोड़ का राजस्व मिला है.

भरसक प्रयासों के बाद भी परिवहन विभाग एक बार फिर अपने राजस्व लक्ष्य से दूर रह गया है, विभाग ने राजस्व लक्ष्य तक पहुँचने के लिये काफ़ी प्रयास किए लेकिन इसके बावजूद परिवहन विभाग तय राजस्व लक्ष्य से 400 करोड़ रुपये पीछे रह गया है, यह हालत तो जब है तब क़रीब 2 महीने पहले सरकार ने परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य संशोधन कर दिया था, ग़ौरतलब है कि पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24की शुरुआत में सरकार ने परिवहन विभाग को 7600 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया था, लेकिन बाद में इसे घटाकर 500 करोड़
कम किया गया, परिवहन विभाग अपने राजस्व लक्ष्य तक क्यों नहीं पहुँच पाता ऐसे तो इसके कई कारण हैं लेकिन एक प्रमुख कारण विभाग की वित्त शाखा का प्रदर्शन भी रहा है, विभाग में लंबे समय से स्थाई वित्तीय सलाहकार जैसा महत्वपूर्ण पद ख़ाली है, जिस अधिकारी को वित्तीय सलाहकार का चार्ज दिया हुआ है उस अधिकारी ने मार्च के महीने में भी 40 से अधिक RTO ARTO और DTO को नोटिस दिये जिससे अधिकारियों का मनोबल कमजोर हुआ, इतना ही नहीं वित्तीय सलाहकार की ओर से अलग अलग RTO को आवंटित राजस्व लक्ष्य भी सवालों
के घेरे में रहे,

हालाँकि परिवहन विभाग का हाल में ख़त्म हुए वित्तीय वर्ष में प्रदर्शन पिछले वित्तीय वर्ष से बेहतर रहा है, परिवहन विभाग ने पिछली वित्तीय वर्ष के मुक़ाबले 2023-24 के वित्तीय वर्ष में 500 करोड़ से अधिक का राजस्व हासिल किया है लेकिन मुख्य सचिव परिवहन विभाग समेत सभी प्रमुख राजस्व वाले विभागों के प्रदर्शन से बेहद नाराज़ है, मुख्य सचिव ने किसी विभाग का राजस्व लक्ष्य पूरा नहीं होने पर नाराज़ी जताते हुए विभागों के सचिवों और बड़े अधिकारियों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी है. 

परिवहन विभाग की रैंकिंग में जयपुर RTO द्वितीय प्रथम स्थान पर 

लेकिन इस कार्यालय के राजस्व आवंटन को लेकर है विवाद

रैंकिंग में जयपुर RTO प्रथम को मिला है दूसरा स्थान

अजमेर RTO तीसरे और भरतपुर RTO चौथे स्थान पर रहा  है

बीकानेर RTO को मिला है 5 वा स्थान स्थान सीकर RTO को मिला है 6 वा स्थान

चित्तौड़ RTO 7 वे तो वहीं दौसा RTO रैंकिंग में 8 वे स्थान पर है

उदयपुर RTO रैंकिंग में 9 और कोटा RTO है 10 वे स्थान पर

जोधपुर रैंकिंग में 11, अलवर 12 और पाली RTO है 13 वे स्थान पर

सरकार से पूर्वे निर्धारित राजस्व लक्ष्य में 500 करोड़ की कमी होने के बाद भी परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाना गंभीर बात है, मुख्य सचिव ने जिस तरह से राजस्व से जूड़े विभागों को लेकर नाराजी जताई है उससे लगता है कि आने वाले दिनों में इन विभागों के बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है.