जयपुर: लंबे समय से पेट्रोल-डीजल की दरों में कमी का इंतजार कर रही प्रदेश की जनता को राज्य सरकार ने वैट में कमी करके राहत दी है. यही नहीं एक अहम फैसला करते हुए सरकार ने प्रदेश में सभी जिलों में पेट्रोल डीजल की दर समान कर दी है. इससे सुदूर जिलों की जनता को प्रति लीटर 8 रुपए 59 पैसे तक का फायदा हुआ है. हालांकि केंद्र ने भी दो रुपए प्रति लीटर की छूट देकर राजस्थान का पडौसी राज्यों से दरों में अंतर के मिथक को बरकरार रखा है.
पेट्रोल-डीजल की दरों में तुलनात्मक अंतर
स्थान पेट्रोल दर वैट डीजल दर वैट
राजस्थान 104.90 29.04 90.37 17.30
पंजाब 94.96 13.77 85.29 09.92
उत्तरप्रदेश 94.35 19.36 87.52 17.08
नई दिल्ली 94.72 19.40 87.62 16.75
हरियाणा 95.18 18.20 88.05 16.00
गुजरात 94.42 13.70 90.17 14.90
-प्रदेश में पेट्रोल अब 104.90 प्रति लीटर
-जबकि डीजल की कीमत 90.37 प्रति लीटर
-पेट्रोल पर ₹3.28 पैसे की हुई कमी, डीजल पर 3.06 रुपए की कमी
-कल केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर ₹2 प्रति लीटर की कमी की थी
-जबकि राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 2% वेट किया था काम
-पेट्रोल- डीजल की दर गंगानगर को सर्वाधिक फायदा, भरतपुर को सबसे कम
-गंगानगर में पेट्रोल 8.59 रुपए तो डीजल में घटे 7.87 रुपए प्रति लीटर
-भरतपुर में पेट्रोल पर 3.28 तो डीजल पर 3.06 रुपए हुए दाम कम
-जयपुर में पेट्रोल 3.58 रुपए जबकि डीजल 3.35 रुपए प्रति लीटर की कमी
-दरों में कमी का सर्वाधिक फायदा गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और चूरु को मिला
-जबकि भरतपुर, जयपुर, धौलपुर और चूरु को मिला सबसे कम फायदा
-लेकिन सभी जिलों में एक समान दर होने से अब बिक्री में सभी जिलों को एक समान फायदा
राजस्थान में पेट्रोल और डीजल के ऊपर दो प्रतिशत वेट काम किया गया साथी पूरे प्रदेश में समान दर लागू कर जनता को राहत दी गई. हालांकि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर ₹2 प्रति लीटर की कमी से पड़ोसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल डीजल की अधिक दरों का मिथक बरकरार रहा. राजस्थान में भरतपुर जिले को पेट्रोल डीजल की दरों में कमी का सबसे कम फायदा मिला तो श्रीगंगानगर को सर्वाधिक फायदा मिला. भरतपुर जिले में पेट्रोल 3.28 रुपए और डीजल 3.06 रुपए कम हुआ तो गंगानगर में पेट्रोल 8.59 रुपए और डीजल 7.87 रुपए कम हुआ.
डबल इंजन की सरकार का प्रदेश को फायदा यह मिला कि अभी तक सुदूर जिलों में ट्रांसपोर्टेशन के नाम पर जो अधिक राशि वसूली जाती थी उसको अब तेल कंपनियां वहन करेंगी. इसका सीधा लाभ आम जनता को मिलेगा और प्रदेश में प्रत्येक जिले के अंदर पेट्रोल और डीजल की दरें समान हो गई है. हालांकि कंपनीवार तीन पैसे से लेकर 30 पैसे तक का अंतर अभी भी दरों में रहेगा. कीमतों में कमी के बाद आज राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर मुख्यमंत्री का आभार जताया. दरअसल पेट्रोलियम डीलर्स पिछले दो वर्षों से डीलर्स कमीशन बढ़ाने और वैट की दर कम करने की मांग कर रहे थे.