केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव बोले-धरती पर कचरे का ढेर बनाया तो परिणाम बुरा होगा

केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव बोले-धरती पर कचरे का ढेर बनाया तो परिणाम बुरा होगा

अलवर: 75वें जिला स्तरीय वन महोत्सव में पौधारोपण का आयोजन किया गया. केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने अपने संबोधन में कहा कि धरती पर कचरे का ढेर बनाया तो परिणाम बुरा होगा. हम यहां पंचवटी बनाएंगे जिसमें बड़, पीपल आंवला, बील और अशोक लगाएंगे. सब समाज और संस्थाएं प्रति अमावस्या पर आकर पेड़ सम्भाले. दुनिया में पेड़ लगाकर लोग घर चले जाते, लेकिन यहां पेड़ लगाकर उसका ख्याल भी रखना है. अपने जन्मदिन पर बच्चे मां को साथ लाएं और पेड़ लगाकर पोर्टल पर फोटो अपलोड करें.

केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू हुए इस अभियान में 16 करोड़ लोग जुड़े. पोर्टल पर अभी तक कुल 26 करोड़ हो चुके. हर साल हरियाली अमावस्या यहां होनी चाहिए. सितंबर में हर पेड़ एक महिला के नाम रजिस्टर्ड करेंगे.केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई. "जल, मिट्टी संपदा हमारी धरोहर, ईश्वर को साक्षी मानकर प्रतिज्ञा कराई गई. ख़ुद के द्वारा लगाये गये पौधे की प्रहरी के रूप में सुरक्षा करेंगे.

केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि बड़े पेड़ों को हमने छोड़ा, बाकी को हटाकर स्थानीय पौधे लगा रहे. विलायती कीकर को हटाना है, हरा भरा करने का अभियान छेड़ा है. 70 हैक्टेयर में नगर वन और बायोलॉजिकल पार्क बना रहे. भूगोर में एक और नगर वन बनाने का प्रस्ताव स्वीकार किया. बच्चों के लिए पक्षी और पौधे कितने प्रकार के हैं ये जान सकेंगे. साइंस पार्क भी राजस्थान सरकार ने मंजूर किया.

केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि धरती माता के प्रति कृतज्ञता अर्पित करने के लिए कार्यक्रम कर रहे है. हमको मां ने धरती दिखाई, लेकिन धरती हमको खाना देती है. धरती केवल मनुष्य के लिए भी नहीं, पूरी प्रकृति के लिए है. एक पेड़ मां के नाम लगाकर पालन करें. हरियाली अमावस्या पर एक नई परंपरा डालना चाहते हैं. अमावस्या के दिन अपना लगाया हुआ पेड़ देखकर जाएं. पांच साल बाद यही रमणीक जगह होगी.