जयपुर: आखिरकार लोकसभा चुनाव 2024 का अब चुनावी शोर समाप्त हो चुका है. बात कांग्रेस की करें तो पार्टी का पूरा प्रचार राहुल गांधी,प्रियंका गांधी और अध्यक्ष खड़गे के ही इर्द-गिर्द रहा. इन तीनों नेताओं ने एक-दो राज्य को छोड़कर लगभग हर स्टेट में प्रचार किया. सबसे ज्यादा राहुल गांधी ने करीब 110 चुनावी सभा,रोड़ शो औऱ संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उसके बाद प्रियंका गांधी और खड़गे ने सभाएं की सोनिया गांधी ने सिर्फ राजस्थान और यूपी में बस दो सभा की.
आखिरकार लोकसभा चुनाव 2024 की जंग के लिए अब चुनाव प्रचार पर अब पूरी तरह से ब्रेक लग चुके हैं. पिछले 44 दिनों से हर सियासी दल भीषण गर्मी में युद्धस्तर पर प्रचार में लगे हुए थे. बात अगर कांग्रेस और उनके शीर्ष नेताओं के कैंपेन की करें तो राहुल गांधी इस मामले में पार्टी नेताओं से सबसे आगे रहे. कांग्रेस का प्रचार सिर्फ तीन नेताओं के ही आसपास केन्द्रित रहा. राहुल के बाद प्रियंका गांधी औऱ अध्यक्ष खड़गे ने फिर सर्वाधिक प्रचार में पसीना बहाया.
गांधी परिवार औऱ अध्यक्ष खड़गे ने 24 के रण में कितनी सभाएं औऱ अन्य तरीकों से प्रचार किया
राहुल गांधी-
राहुल गांधी ने करीब 108 चुनावी सभा,रैलियां,रोड़ शो,संवाद सम्मेलन, चौपाल और परिचर्चाएं की कांग्रेस में सबसे ज्यादा चुनावी प्रचार राहुल गांधी ने किया. राहुल गांधी ने कांग्रेस के अलावा इंडिया गठबंधन प्रत्याशियों के लिए भी प्रचार किया. गठबंधन के अन्य दलों के नेताओं के साथ भी मंच शेयर किया.
प्रियंका गांधी-
राहुल गांधी के बाद कांग्रेस में सबसे ज्यादा प्रचार किया महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रियंका गांधी ने करीब 100 के आसपास सभाएं,रोड. शो और रैलियां की. जहां राहुल गांधी औऱ अध्यक्ष खड़गे नहीं जा पाएं वहां प्रियंका गांधी को प्रचार के लिए भेजा गया. प्रियंका गांधी ने अपनी स्टाइल में सहज और सरल भाषा में अपनी बात रखते हुए लोगों को प्रभावित करने का प्रय़ास किया.
मल्लिकार्जुन खड़गे-
राहुल गांधी औऱ प्रियंका गांधी के बाद पार्टी अध्यक्ष खड़गे प्रचार करने के मामले में तीसरे नंबर पर रहे. भीषण गर्मी और ज्यादा उम्र के बावजूद खड़गे ने सभाओं,रैलियों और रोड़ शो का शतक लगा डाला. खड़गे ने हर मंच से आऱक्षण समाप्त करने के बयानों से मतदाओं को लुभाने की पूरी कोशिस की.
सोनिया गांधी-
सोनिया गांधी ने इस चुनाव में सिर्फ दो चुनावी सभा की सोनिया गांधी ने राजस्थान के जयपुर और यूपी के रायबरेली में सिर्फ दो सभा में हिस्सा लिया. उसके बाद सोनिया गांधी किसी भी स्टेट में प्रचार करने नहीं गई. बाद में सोनिया गांधी ने वीडियो संदेश जारी करते हुए कांग्रेस औऱ इंडिया गठबंधन को वोट देने की अपील जरुर जारी की साथ ही राहुल गांधी के नामांकन के दौरान भी रायबरेली में मौजूद थीं.
हालांकि कांग्रेस पार्टी के कईं और नेताओं ने भी प्रचार किया था. लेकिन वो कुछ सीटों औऱ कुछ राज्यों तक ही सीमित रहे थे. लेकिन सबसे ज्यादा पसीना राहुल,प्रियंका और खड़गे ने ही बहाया था. अब तीनों के प्रचार से कितना फायदा कांग्रेस औऱ गठबंधन को होगा यह तो चार जून को नतीजों से ही साबित होगा.
... फर्स्ट इंडिया के लिए दिनेश डांगी की रिपोर्ट, जयपुर