नई दिल्ली: 1 जनवरी 2025 से कई बदलाव होने जा रहे हैं. New Year के साथ ही पर्सनल फाइनेंस और बैंकिंग से जुड़े कई बड़े बदलाव लागू होंगे. कई ऐसे नियम लागू होंगे, जिनका सीधा असर आपकी रोजमर्रा की जिंदगी और फाइनेंशियल प्लानिंग पर पड़ेगा. इनमें LPG सिलेंडर के दाम से लेकर पेंशन और UPI सेवाओं तक के नियम शामिल हैं. आइए जानते हैं 1 जनवरी से लागू होने वाले महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में:
कारों की कीमतों में बढ़ोतरी:
नए वर्ष से कारों की कीमतों में बढ़ोतरी होने जा रही है.हुंडई, महिंद्रा, टाटा, मारुति सुजुकी, मर्सिडीज-बेंज, होंडा, ऑडी जैसी कंपनियां अपने वाहनों की कीमतों में कीमतों में 3% तक बढ़ोतरी कर सकती है. कंपनियों ने इसकी वजह उत्पादन लागत में वृद्धि को बताया है. इसलिए, अगर आप कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अधिक खर्च करना पड़ सकता है.
रसोई गैस सिलेंडरों की कीमत में बदलाव:
हर माह की एक तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों बदलाव होता है. गत कुछ माह से 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों उतार चढ़ाव नजर आ रहा है. वहीं, 14 किलो वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत लंबे समय से स्थिर है. माना जा रहा है कि एक जनवरी को इनकी कीमतों में बदलाव हो सकता है.
पेंशन नियमों में बदलाव:
पेंशन योजनाओं में भी 2025 से बदलाव होने जा रहे हैं. नए वर्ष 2025 में पेंशनधारकों के लिए राहत मिलने वाली है. 1 जनवरी, 2025 से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने पेंशन के पैसों की निकासी के नियमों को सरल बना दिया है. अब पेंशनभोगी किसी भी बैंक से अपनी पेंशन के पैसों की निकासी कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें किसी अतिरिक्त सत्यापन की आवश्यकता नहीं होगी. ये सुविधा पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत है.
EPFO सदस्यों के लिए ATM सुविधा :
केन्द्र सरकार EPFO के तहत रजिस्टर्ड कर्मचारियों के लिए ATM कार्ड सुविधा शुरू करने की योजना बना रही है. इससे कर्मचारी अपने पीएफ अकाउंट से आसानी से पैसे निकाल सकेंगे.
अमेजन प्राइम मेंबरशिप का नियम बदलेगा:
अमेजन प्राइम मेंबरशिप के नियमों में भी कुछ बदलाव किए गए हैं. अब से प्राइम सदस्यता लेने की प्रक्रिया और कीमत में कुछ बदलाव हो सकते हैं. नए नियम के तहत ग्राहक को कुछ नई सुविधाएं मिल सकती हैं, लेकिन शुल्क में भी बढ़ोतरी हो सकती है.
फिक्स्ड डिपॉजिट नियम में बदलाव
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से जुड़ी नियमों में भी बदलाव होंगे. RBI ने नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) और हाउसिंग फाइनेंशिंग कंपनियों (HFC) के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़े नियमों में बदलाव किया है. नए नियम 1 जनवरी, 2025 से लागू होंगे. इन बदलावों के तहत डिपॉजिट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ आवश्यक प्रावधान किए गए हैं. इसमें जनता से डिपॉजिट लेने, लिक्विड एसेट का एक हिस्सा सुरक्षित रखने और डिपॉजिट का बीमा कराने जैसे बदलाव शामिल हैं.
UPI 123पे की नई ट्रांजैक्शन लिमिट
यूपीआई (UPI) 123पे की ट्रांजैक्शन लिमिट में भी वृद्धि की जा रही है. फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा शुरू की गई UPI 123पे सेवा में ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ाई गई है. पहले इस सेवा के तहत अधिकतम 5,000 रुपए तक का लेनदेन किया जा सकता था, लेकिन अब यह सीमा 10,000 रुपए कर दी गई है. यह सुविधा 1 जनवरी, 2025 से प्रभावी होगी.