बीजेपी में राजनेतिक नियुक्ति प्राप्त नेताओं का हाल, 6 माह बीतने के बाद भी नहीं मिला मंत्री का दर्जा

जयपुरः BJP की राजस्थान में सरकार बने हुए एक साल होने वाले है. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सरकार ने कुछ प्रमुख नेताओं को राजनेतिक नियुक्तियां दी थी. महिनों के बावजूद इन नेताओं को मंत्री का दर्जा नसीब नही हुआ. एक चेयरमैन ने तो इतने माह आज पदभार ग्रहण किया वो बिना मंत्री पद दर्जे के. 

राजस्थान सरकार बनने के बाद ठीक लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की भजनलाल सरकार ने 7बड़ी सियासी नियुक्तियां की थी. इनमें नव सर्जित विश्वकर्मा बोर्ड का गठन भी किया था. हालांकि इतने माह बाद बोर्ड के चेयरमैन रामगोपाल सुथार ने पदभार ग्रहण किया वो बिना मंत्री पद के दर्जे के. उद्योग और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सुथार को मंत्री पद ग्रहण कराया. उल्लेखनीय है कि इसी साल मार्च के महिने में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले 7 बड़ी राजनीतिक नियुक्तियां की थी. पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी को किसान आयोग, पूर्व सांसद जसवंत सिंह विश्नाई को जीव-जंतु कल्याण बोर्ड. बीकानेर के बीजेपी नेता रामगोपाल सुथार को विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड, पूर्व मंत्री प्रेम सिंह बाजोर को सैनिक कल्याण बोर्ड, राजेन्द्र नायक को एससी आयोग, बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके ओम प्रकाश भडाना को देवनारायण बोर्ड, नहरी क्षेत्र के नेता प्रहलाद राय टांक को माटी कला बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था इन सभी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा यू आश्वासन दिया गया इसके अलग से आदेश जारी किए जाने थे. लेकिन छह माह बीतने के बावजूद इन्हें मंत्री पद का दर्जा नहीं मिला. हालांकि इन्होंने पद ज्वाइन कर लिया और कार्यालय भी मिल गया. अपने पद पर काम करने का भी इन्होंने संकल्प जता दिया.

भजन लाल शर्मा की सरकार बनते ही सबसे पहले पूर्व राज्यसभा सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओंकार सिंह लखावत को राजनेतिक नियुक्ति मिली थी उन्हे राजस्थान धरोहर प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया गया था, भजनलाल सरकार की यह पहली राजनीतिक नियुक्ति थी. लखावत को मंत्री पद का दर्जा दिया गया. लेकिन बाद में सियासी नियुक्ति प्राप्त दिग्गजों को अभी ना माया मिली ना राम ! जबकि लोकसभा चुनाव भी हो गए दिल्ली में नरेन्द्र मोदी की सरकार भी बन गई. मगर सियासी नियुक्ति प्राप्त बड़े नेता मंत्री पद का दर्जा मिलने का इंतजार कर रहे. जबकि सीआर चौधरी,प्रेम सिंह बाजोर, जसवंत सिंह विश्नोई सरीखे नेताओं का प्रदेश और बीजेपी की राजनीति में बड़ा कद है. अपने क्षेत्र और समाज में विशेष प्रभाव है. उधर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की दिल्ली यात्रा से और होने वाली सियासी नियुक्तियों को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई कहा जा रहा उनकी मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के साथ इस बारे में प्रारंभिक चर्चा हो चुकी है.