जयपुर: राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में गंदगी और अन्य दिक्कतें आपके एक क्लिक पर दुरूस्त होगी.जी हां ये कोई हमारा दावा नहीं, बल्कि सीएम भजनलाल शर्मा की मंशा को साकार करने के लिए चिकित्सा विभाग की तरफ से की जा रही कवायद की बानगी है.SMS समेत सभी अस्पतालों में इसके लिए QR कोड स्केनर सिस्टम लागू किया जा रहा है. SMS समेत प्रदेश के अस्पतालों में गंदगी और अव्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिए अब चिकित्सा विभाग ने जनसहभागिता पर फोकस शुरू कर दिया है.इसके लिए QR कोड स्केनर सिस्टम का नवाचार किया जा रहा है.
इसमें मरीजों-परिजनों या फिर अस्पताल आने वाले किसी भी शख्स को अस्पताल परिसर में कहीं भी गंदगी दिखती है तो वो आसानी से अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. इसके लिए क्यु आर कोड को स्कैन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. अकेले एसएमएस की बात की जाए तो अस्पताल प्रशासन द्वारा अस्पताल परिसर में जगह जगह क्युआर कोड प्रदर्शित किए गए हैं. शिकायतकर्ता को अपनी शिकायत के साथ गंदगी का फोटो और कुछ आवश्यक जानकारियां भी साफा करनी होगी. ये शिकायतें अस्पताल प्रशासन और अस्पताल प्रशासन द्वारा सफाई के लिए नियुक्त किए गए ठेकेदार तक पहुंच जाएगी. जिसके बाद तुरंत सफाई करनी होगी और शिकायतकर्ता के पास सफाई की जानकारी भी पहुंच जाएगी.
अस्पताल प्रशासन की इस कवायद से साफ-सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में मरीजों और परिजनों की सहभागिता भी बढ गई है.इसके अलावा अब सफाई ठेकेदार और सफाई कर्मी भी बाउंड हो गए हैं.क्योंकि शिकायत मिलते ही उन्हें तुरंत मौके पर जाकर ना सिर्फ सफाई करनी होगी बल्की सफाई की तस्वीर भी अपलोड करनी होगी. दरअसल,ये नवाचार उदयपुर के एमबी अस्पताल द्वारा शुरु किया गया था,जिसे आलाधिकारियों ने काफी पसंद किया है.खुद विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह इस सिस्टम की तारीफ कर चुकी है, जिसके बाद से सभी अस्पतालों में ये व्यवस्था लागू की जा रही है.अब उम्मीद ये है कि इस कवायद में लोगों की सहभागिता भी पूरी मिले ताकि चिकित्सा संस्थानों की साफ-सफाई व्यवस्था को एक नई पहचान मिले.