जयपुरः चिकित्सा विभाग में अहम पदों पर विशेष विचाराधारा के चिकित्सकों को लगाए जाने को लेकर पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर आमने-सामने हो गए है. पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कल RSS का नाम लेकर विचारधारा के चिकित्सकों को प्रमुख पदों पर लगाए जाने का आरोप लगाया था, जिसका चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कड़ा जवाब दिया है. खींवसर ने कहा कि एक साल में हजारों पदों पर नियुक्तियां हुई है, यदि कोई प्रमाण है तो वे पेश करें. इस तरह की फालतू बातें नहीं करनी चाहिए.
प्रदेश की भजनलाल सरकार का एक साल पूरा होने से पहले "राजनीतिक बयानबाजी" तेज हो गई है. सरकार का एक साल का भव्य जश्न शुरू होने से पहले पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने चिकित्सा विभाग की कार्यशैली पर बड़े सवाल उठाए है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने चिकित्सा क्षेत्र को पहली प्राथमिकता पर रखा,लेकिन मौजूदा सरकार अच्छे खासे सिस्टम को चलने में फेल साबित हो रही है. विशेष विचारधारा के लोगों को "पदों" की रेवड़ियां बांटी जा रही है, जिसके परिणाम सामने है. इस बयान की चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कड़े शब्दों में निंदा की. खींवसर ने कहा कि हमारे यहां कई संस्थानों के कई लोग है, जिन्हें जिम्मेदारी दी गई है. लेकिन इस पूरी कवायद में योग्यता को प्राथमिकता पर रखा गया है. इस तरह की आधारहीन बातें करना गलत है. कोई सच्चाई है तो वो बताए कि हमने ऐसे कितने लोगों को प्रोत्साहित किया है. पूर्व मंत्री के कार्यकाल के घोटाले किसी से छिपे नहीं है. यूं फालतू बातें नहीं करनी चाहिए. आईए आपको सुनाते है, विचारधार को लेकर दोनों नेताओं का मत.
पांच साल में हैल्थ का इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप किया- रघु शर्मा
चिकित्सा संस्थानों के निजीकरण को लेकर भी पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने जमकर एक दूसरे पर सवाल उठाए. डॉ रघु शर्मा ने कहा-हमने पांच साल में हैल्थ का इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप किया था. 600 करोड का आईपीडी टावर सरकार के संसाधन से बना है. आईपीडी टावर को पीपीपी मोड पर देकर इन्वेस्टर्स को क्या संदेश देना चाहते हैं ? जवाब में चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि एसएमएस में कई तरह की सेवाएं अभी भी पीपीपी मोड पर चल रही है. उसी थीम पर आईपीडी टॉवर की सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में सरकार काम कर रही है. पूर्व चिकित्सा मंत्री को बयान देने से पहले सोचना चाहिए कि वे क्या बोल रहे है.
विचारधारा के लोगों को "पदों" की बांटी जा रही रेवड़ियांः
आईपीडी टावर को पीपीडी मोड पर देने की तैयारी पर "राजनीति"..!
पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने साधा सरकार पर निशाना
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने चिकित्सा क्षेत्र को पहली प्राथमिकता पर रखा
लेकिन मौजूदा सरकार अच्छे खासे सिस्टम को चलने में फेल साबित हो रही है
विचारधारा के लोगों को "पदों" की रेवड़ियां बांटी जा रही है, जिसके परिणाम सामने है
मौजूदा सरकार में सिर्फ कागजों में काम हो रहा है, PPP मोड पर निजीकरण किया जा रहा है
पैरामेडिकल के सेवा नियम और भर्तियों को लेकर आंदोलन की राह पर है ये टेक्निशियन
आईपीडी टावर को पीपीडी मोड पर देने की तैयारी पर "राजनीति"..!
पूर्व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर आमने-सामने
डॉ रघु शर्मा ने कहा-हमने पांच साल में हैल्थ का इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप किया था,
600 करोड का आईपीडी टावर सरकार के संसाधन से बना है,
आईपीडी टावर को पीपीपी मोड पर देकर इन्वेस्टर्स को क्या संदेश देना चाहते हैं ?
ये बीजेपी की कथनी-करनी में अंतर और दोहरे चरित्र का परिचायक है
पूर्व चिकित्सा मंत्री के बयान के बाद चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर का पलटवार
मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा-SMS में कार्डियक टावर अगले 6 माह में हो जाएगा पूरा'
'जबकि आयुष्मान टावर (IPD टावर) के अगले एक वर्ष में पूरा होने की उम्मीद'
'राज्य सरकार की 2024-25 की बजट घोषणा में किया गया था जिक्र'
'डायग्नोसिस सेवाओं को PPP मोड पर SMS समेत सभी बड़े अस्पतालों में शुरू करने की थी घोषणा '
'इसी क्रम में आयुष्मान टावर एवं कार्डियक टावर में फ़ूड कोर्ट,हाउस कीपिंग, '
'हेलीकॉप्टर एंबुलेंस,मरीज़ों का पंजीयन,''भवन मेंटीनेंस की सुविधाएं दक्ष सेवाप्रदाता के माध्यम से लेने की है प्लानिंग'
'दोनों ही भवनों में चिकित्सा सुविधाएं SMS के चिकित्सा शिक्षक ही देंगे'