जयपुरः आज गंगा दशहरा मनाया जा रहा है. 100 साल के दुर्लभ संयोग के साथ इस वर्ष आज के दिन चार शुभ योग बन रहे है. मान्यता है कि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुईं थीं. इसलिए इस दिन को गंगा दशहरा या गंगा दशमी के रूप में मनाया जाता है. इस तिथि पर मां गंगा की पूजा की जाती है और गंगा स्नान किया जाता है. भगवान विष्णु के अंगूठे से निकली गंगा मैया के धरती लोक पर आने का पर्व गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है.
इस बार गंगा दशहरा के दिन हस्त नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र की माने तो, इन योगों की वजह से गंगा दशहरा बेहद खास है. चार शुभ संयोग में गंगा दशहरा पर गंगा पूजन और स्नान से सभी मनोकामनाओं की सिद्धि होगी. साथ ही सभी प्रकार के पापों से मुक्ति प्राप्त होगी.
पूजा विधिः
वहीं अगर इस दिन की पूजा विधि की बात करें तो सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. नहाने के पानी में गंगा जल डाल लें और मां गंगा का ध्यान कर स्नान कर लें. घर के मंदिर में गंगा जल का छिड़काव करें. सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें. इस दिन भगवान शंकर की अराधाना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है.
धार्मिक महत्वः
शुभ योग-नक्षत्रों के कारण इस तिथि का महत्व धार्मिक दृष्टिकोण से काफी बढ़ जाएगा. इस तिथि पर मां गंगा की पूजा की जाती है और गंगा स्नान किया जाता है. मां गंगा की पूजा- अर्चना करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है. मां गंगा की कृपा से सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं.