VIDEO: फर्जी पट्टों और धोखाधड़ी से बचाने के लिए जेडीए नई शुरुआत, एक अप्रेल से सभी भूखंडों का जारी किया जाएगा ई पट्टा, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: फर्जी पट्टों और धोखाधड़ी से बचाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से इस एक अप्रेल से नई शुरुआत की जाने वाली है. ट्रांसपोर्ट नगर योजना और जेडीए की हाल की आई तीन नई आवासीय योजना में तो यह ऐतिहासिक पहल की भी जा चुकी है. आखिर किस तरह पट्टों के फर्जीवाड़े से मिलेगी राहत ? 

जेडीए के नाम के फर्जी पट्टों से भूखंडों के खरीद-बेचान के कई मामले सामने आ चुके हैं. साथ ही जेडीए की ओर से ही जारी किए गए पट्टों में कांट-छांट व नाम बदलने और जेडीए के रिकॉर्ड में हेरा-फेरी के भी मामले उजागर हुए हैं. ऐसे सभी फर्जीवाड़े से बचने और पट्टे के लिए आवेदन करने वाले आवेदक को राहत देने के लिए जेडीए की ओर से प्रदेश में पहली बार एक नई और अभिनव व्यवस्था लागू की जाने वाली है. आपको बताते हैं कि आमजन की राहत और उन्हें फर्जीवाड़े से बचाने के लिए जेडीए एक अप्रेल से क्या नई व्यवस्था लागू करने वाला है और किन मामलों में इन्हें लागू कर दिया है.

-जेडीए इस एक अप्रेल से सभी तरह की योजनाओं के भूखंडों के इलेक्ट्रोनिक ई पट्टा जारी करेगा
-प्रदेश में जेडीए पहला निकाय है, जो भूखंडों का ई पट्टा जारी करेगा
-निजी खातेदारी की योजनाएं, गृह निर्माण सहकारी समिति की योजनाएं और
-जेडीए की खुद की सभी तरह की योजनाओं के एक अप्रेल से ई पट्टे जारी किए जाएंगे
-सीकर रोड स्थित ट्रांसपोर्ट नगर योजना और जेडीए की हाल ही घोषित अटल विहार,
-गोविंद विहार और पटेल नगर के आवंटित भूखंडों के मामले में ई पट्टे जारी करने की व्यवस्था लागू कर दी गई है
-अभी जारी किए जा रहे पट्टों के फॉर्मेट को मैन्युअली भरा जाता है
-जेडीए अधिकारी,आवेदक व गवाह पट्टे के फॉर्मेट पर मैन्युअली ही हस्ताक्षर करते हैं
-लेकिन ई पट्टे पर जेडीए के सभी संबंधित अधिकारियों की ओर से ई हस्ताक्षर ही किए जाएंगे
-ई पट्टा हस्ताक्षर के लिए ऑनलाइन ही आवेदक को उपलब्ध होगा
-आवेदक और गवाह भी ई पट्टे पर आधार नंबर के माध्यम से ई हस्ताक्षर ही करेंगे
-सभी पक्षों के ई हस्ताक्षर और ऑनलाइन पट्टे के फॉर्मेट को भरने के बाद उसका प्रिंट लिया जाएगा
-पट्टे की निर्धारित शीट पर ही ई पट्टे का प्रिंट निकाला जाएगा

इस एक अप्रेल से किसी भी योजना के भूखंड के पट्टे के लिए जो भी आवेदन आएंगे, उन सभी में जेडीए की ओर से ई पट्टा ही जारी किया जाएगा. आपको बताते हैं कि ई पट्टा जारी करने की इस नई व्यवस्था से आमजन को किस तरह से  लाभ मिलेगा.

-जेडीए की ओर से सभी पट्टों का रिकॉर्ड जेडीए की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा
-किस योजना के किस भूखंड का पट्टा किस व्यक्ति के नाम जारी किया गया है, उसे आसानी से देखा जा सकेगा
-इससे भूखंडों के बेचान में होने वाली धोखाधड़ी से राहत मिलेगी
-ई पट्टे में किसी भी तरह की कांट-छांट और हेराफेरी की गुंजाइश नहीं रहेगी
-मैन्युअली भरे हुए और मैन्युअली हस्ताक्षरित पट्टों में बदलाव व कांट-छांट की संभावना रहती है
-जेडीए के नाम के फर्जी पट्टों के आधार पर होने वाले खरीद-बेचान पर अंकुश लगेगा
-मौजूदा व्यवस्था में आवेदक और गवाहों को मैन्युअली हस्ताक्षर के लिए जेडीए कार्यालय बुलाना पड़ता
-अब नई व्यवस्था में ऑनलाइन आवेदन के बाद पट्टा लेने के लिए ही आवेदक को बुलाया जाएगा

 

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