नई दिल्ली: कोलकाता रेप-मर्डर केस की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है. सुप्रीम कोर्ट ने पूछा-'पश्चिम बंगाल सरकार क्या छिपा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने अप्राकृतिक मौत केस की डिटेल मांगी. सुप्रीम कोर्ट ने केस डायरी की हार्ड कॉपी मांगी. जांच करने वाले पुलिस अधिकारी को तलब किया. अगली सुनवाई के लिए पुलिस अधिकारी तलब. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पुलिस FIR दर्ज करने का सही समय बताएं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा-'शव के पास आपत्तिजनक सामग्री मिली.
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा-'पोस्टमार्टम कब हुआ.सिब्बल ने कहा-शाम 6:10 से 7:10 के बीच पोस्टमार्टम हुआ. हैरानी की बात है कि पोस्टमार्टम के बाद FIR हुई. CBI और राज्य के रिकॉर्ड में अंतर क्यों? सिब्बल बोले-'अननेचुरल डेथ की एंट्री दोपहर 1.45 बजे दर्ज हुई. सुप्रीम कोर्ट ने सिब्बल से कहा-'जिम्मेदारी से जवाब दीजिए. CBI ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट सौंपी. बंगाल सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि घटनास्थल संरक्षित क्यों नहीं किया? FIR देर से दर्ज क्यों की गई? आरोपी की मेडिकल जांच रिपोर्ट कहां है?
डॉक्टर रेप मर्डर केस में CBI ने कहा कि कोलकाता में मौके पर छेड़छाड़ हुई. केस में लिपापोती की कोशिश हुई. अंतिम संस्कार के बाद FIR दर्ज हुई. अस्पताल प्रशासन उदासीन रहा. घटना की सूचना परिजनों को देर से दी गई. CJI ने पूछा-'क्या आरोपी का मेडिकल टेस्ट हुआ. CBI के वकील बोले-'मेडिकल रिपोर्ट हमें नहीं मिली. सीबीआई ने वारदात के 5वें दिन जांच शुरू की. सीबीआई से पहले पुलिस ने जांच की. अस्पताल में लंबे समय से गड़बड़ियां थी. CJI ने कहा कि सुबह 10:10 बजे अननेचुरल डेथ की एंट्री हुई. यह बहुत परेशान करने वाली बात है. रात में क्राइम सीन का डिमार्केशन हुआ.
आपको बता दें कि कोलकाता रेप-मर्डर केस पर हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों से सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पहले ड्यूटी पर लौटें. टास्क फोर्स सभी पक्षों की राय लेगा. डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाए. जरूरत हुई तो हम संरक्षण देंगे. CBI और कोलकाता ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की. CJI की अध्यक्षता वाली 3 सदस्य बेंच में सुनवाई हो रही है. मामले में सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत : ही संज्ञान है.
आपको बता दें कि कोलकाता रेप केस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान सरकार और पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई थी. CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने पश्चिम बंगाल पुलिस को जमकर फटकार लगाई थी. साथ ही दो दिन में इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा था. SC ने मामले को लेकर 10 सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया था. पिछली सुनवाई के दौरान SC ने डॉक्टर्स से काम पर लौटने की अपील की थी. कोर्ट के आदेश के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज में तैनाती हुई. सीआईएसएफ के लगभग 150 जवानों को तैनात किया गया है.
जानिए क्या है ये मामला:
कोलकाता में 8-9 अगस्त की रात में ट्रेनी लेडी डॉक्टर के साथ रेप की घटना हुई. इसके बाद आरोपी दरिंदे ने डॉक्टर की हत्या भी कर दी थी. डॉक्टर चेस्ट मेडिसिन विभाग में MD द्वितीय वर्ष की छात्रा थी. वे मेडिकल कॉलेज में ही डॉक्टर की ट्रेनिंग ले रही थी, जिस रात लेडी डॉक्टर के साथ ऐसी दुर्घटना हुई, उस रात उन्होंने 12 बजे के आस-पास अपने दोस्तों के साथ डिनर किया था लेकिन उसके बाद ही ड्यूटी पर लेडी डॉक्टर का दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई थी. इस घटना से पूरे देश में गुस्सा है और बंगाल में टीएमसी सरकार पर कानून व्यवस्थान को लेकर सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं.