नावां रेलवे स्टेशन को मिली बड़ी सौगात, सुविधाओं के विस्तार के लिए स्वीकृत किए 7 करोड़ 92 लाख की राशि

नावां रेलवे स्टेशन को मिली बड़ी सौगात, सुविधाओं के विस्तार के लिए स्वीकृत किए 7 करोड़ 92 लाख की राशि

डीडवाना : डीडवाना जिले के नावां कस्बे में मालगाड़ियों पर नमक लदान करने वाले दो हजार मजदूरों को छांव मिलने वाली है. रेलवे ने नमक उद्योग को बढ़ावा देने के महत्ती उद्देश्य से रेलवे ने रेलवे स्टेशन पर गुड्स शेड के निर्माण के लिए 7 करोड़ 92 लाख रुपए की वित्तीय मंजूरी दे दी है. 

इतनी बड़ी राशि की स्वीकृति को लेकर सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा के अनुसार स्वीकृत राशि से नावां स्टेशन पर नए गुड्स शेड में प्लेटफॉर्म सतह, कवर शेड, सीसी सरफेस, सीसी एप्रोच रोड, हाई मास्ट टॉवर, मजदूरों के आराम करने के कक्ष, शौचालय, स्नानघर, माल कार्यालय, पेयजल, मर्चेंट रूम व आधुनिक स्टोर रूम जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. 

गौरतलब है कि प्रदेश की सबसे बड़ी नमक मंडी व सांभर झील से निकलने वाले नमक को देश में एक नई पहचान मिलेगी. स्टेशन पर आठ करोड़ की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित गुड्स शेड का निर्माण कार्य करवाया जाएगा. जिसकी वित्तीय स्वीकृति जारी होने के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है. रेलवे ने नमक उद्योग को बढ़ावा देने व नमक की चमक लौटाने के लिए रेलवे में लदान करने वाले उद्यमियों को बड़ी राहत देते हुए नावां सिटी रेलवे स्टेशन पर विकास कार्य शुरू किए है. 

वर्तमान में रेलवे ट्रेक्टर से भर माल मालगाड़ियों तक ले जाया जाता है. नमक उद्यमियों की ओर से खाने योग्य नमक को तैयार करने के बाद रेलवे साइडिंग पर भेज दिया जाता है. साइडिंग से माल गाड़ी में नमक को लदान करने वाले मजदूरों के बारे में कोई नहीं सोचता था. माल लोड होने के बाद रेलवे ओर नमक उद्यमियों को भारी मुनाफा होने के बाद भी नमक में पसीना बहाने वाले मजदूरों के लिए कोई सुविधाएं नहीं थी. 

तेज धूप हो या बारिश मजदूरों के लिए न छाया और न ही पीने के पानी की उत्तम व्यवस्था थी. नमक उद्यमियों और समाजसेवी संस्थाओं की ओर से रेलवे के अधिकारियों को कई बार समस्या से अवगत करवाया जाता था. लेकिन श्रमिकों की महत्ती सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता था. लेकिन अब विकास कार्य होने से मजदूरों को भी काफी राहत मिलेगी.