जोरहाट (असम): असम के जोरहाट जिले में ब्रिटिश कालीन बाजार में लगी भीषण आग में 300 से अधिक दुकानें जल गईं. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.उन्होंने बताया कि जोरहाट शहर के मध्य में स्थित चौक बाजार में बृहस्पतिवार देर शाम लगी आग पर करीब 10 घंटे बाद काबू पाया गया और दमकल के वाहन अब भी कुछ-कुछ हिस्सों में लगी आग को बुझाने के काम में जुटे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि आग बुझाने के लिए बाजार में 50 से अधिक दमकल वाहनों को भेजा गया था जो एक दुकान में संभवत: शॉर्ट सर्किट होने से लगी.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है क्योंकि सभी दुकानें बंद थीं और दुकान मालिक एवं कर्मचारी अपने-अपने घर चले गए थे.उन्होंने कहा कि आग से क्षतिग्रस्त हुई अधिकतर दुकानें किराने के सामान और कपड़ों की थीं.शुक्रवार को दिन के दूसरे पहर में दुकानदार मलबे में से सामान निकालने की कोशिश करते देखे गए, जिसमें से अधिकांश सामान जलकर राख हो गए हैं.
धातु के बर्तनों की दुकान चलाने वाले 50 वर्षीय मोंटू सैकिया ने रोते हुए कहा कि आग में उनका सब कुछ नष्ट हो गया है और जो कुछ बचा है उसे कबाड़ के रूप में बेचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि हम अपनी दुकानें बंद करने के बाद रात करीब साढ़े आठ बजे घर पहुंचे और आधे घंटे बाद हमने सुना कि बाजार में आग लग गई है. जब तक हम मौके पर पहुंच पाते आग दूर तक फैल चुकी थी.
रेडीमेड गारमेंट्स (कपड़ों) का कारोबार करने वाले एक अन्य दुकानदार राजेश बरुआ ने कहा, ‘‘महामारी के कारण हमें पहले ही काफी नुकसान हो चुका था, लेकिन इस आग ने अब हमें सड़कों पर ला दिया है. उन्होंने कहा कि हम मध्यवर्गीय मेहनती परिवार हैं, लेकिन इस तबाही ने हमें दुखिया बना दिया है. मेरे ऊपर दो और परिवार निर्भर थे और मुझे नहीं पता कि आगे क्या करना है. अधिकारियों ने कहा कि शुरू में घटनास्थल पर दमकल के 25 वाहन भेजे गए थे लेकिन बाजार से सटी संकरी गलियों से होकर घटनास्थल पहुंचने में उन्हें काफी वक्त लगा.
बाद में पास के तिताबोर, मरियानी, गोलाघाट, शिवसागर, यहां के वायु सेना स्टेशन, नुमालीगढ़ रिफाइनरी एवं ओएनजीसी से अतिरिक्त दमकलकर्मियों और वाहनों को घटनास्थल भेजा गया.दुकानदारों ने सरकार एवं जिला प्रशासन से उनके जल्द से जल्द पुनर्वास का अनुरोध किया है ताकि वे अपना कारोबार जल्द शुरू कर सकें.अधिकारी ने कहा कि राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जगन मोहन घटनास्थल पहुंचे और आग से हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा. जोरहाट में दो महीने में इस तरह की ये दूसरी घटना है. दिसंबर में मारवाड़ी पट्टी इलाके में भीषण आग लगने से कई दुकानें जलकर राख हो गई थीं.(भाषा)