जनपथ पर जन की राह हो आसान, अंबेडकर सर्किल से स्टेच्यू सर्किल के बीच लागू किया जाए वन वे, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः राजधानी के सबसे वीआईपी मार्ग जनपथ पर किस तरह जन की राह आसान की जा सकती है. यहां अक्सर लगने वाले जाम से वाहन चालकों को आखिर कैसे निजात दिलाई जा सकती है. इसी ज्वलंत समस्या का समाधान खोजती फर्स्ट इंडिया न्यूज की ये एक्सक्लुसिव स्टोरी देखिए.
 
राजधानी के सबसे वीआईपी मार्ग जनपथ पर आम से लेकर खास सबकी आवाजाही रहती है. लोकतंत्र के तीनों स्तंभ विधायिका,कार्यपालिका और न्यायपालिका से जुड़े प्रमुख लोगों का इस सड़क पर अक्सर आना जाना होता है. लेकिन शहर की इस सबसे खास सड़क पर कार्य दिवसों पर सोमवार से शुक्रवार इस कदर जाम के हालात रहते हैं कि अंबेडकर सर्किल से स्टेच्यू सर्किल पहुंचने में आधे घंटे से भी अधिक समय लग जाता है. सुबह और शाम तो जाम के हालात और भी बदतर हो जाते हैं.

-जनपथ पर स्टेच्यू सर्किल से अंबेडकर सर्किल तक सेन्ट्रल पार्क,
-सचिवालय,कृषि भवन,हाईकोर्ट,महालेखाकार राजस्थान और वाणिज्य कर विभाग के कार्यालय है
-जनपथ पर आगे विधानसभा,विद्युत भवन,आवासन भवन,वित्त भवन,यूथ हॉस्टल स्थित है
-इन सरकारी संस्थानाें में काम करने वाले हजारों कार्मिकों की जनपथ पर आवाजाही रहती है
-इसी तरह शहर के प्रमुख इलाकों को जाेड़ने वाली इस जनपथ से हजारों वाहन चालक भी गुजरते हैं
-दिनभर हजारों वाहनों की आवाजाही के चलते जनपथ शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है
-लेकिन पीक आवर्स में सुबह और शाम यहां जाम के हालात रहते हैं
-इसके चलते रेंग-रेंग कर चलना वाहन चालकों की मजबूरी बन जाता है
-हाईकोर्ट परिसर में भूमिगत पार्किंग तो है,लेकिन यहां आने वाले वाहनों के लिहाज से यह पर्याप्त नहीं हैं
-इसके चलते हाईकोर्ट के बाहर सड़क पर वाहनों की पार्किंग मजबूरी है
-जनपथ पर जाम का बड़ा कारण यह पार्किंग भी है
-हाईकोर्ट के बाहर होने वाली इस पार्किंग के कारण सड़क का दो लेन का हिस्सा उसमें चला जाता है

जनपथ  पर लगने वाले जाम का एक प्रमुख कारण यहां सड़क पर दोनों तरफ होने वाली वाहनों की पार्किंग है. इस पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए जेडीए की ओर से हाईकोर्ट के सामने भूमिगत पार्किंग प्रोजेक्ट का काम शुरू किया गया है. इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास इस पिछले वर्ष 21 सितंबर को कर दिया गया था. लेकिन यह प्रोजेक्ट कछुआ चाल का है शिकार 

-इस भूमिगत पार्किंग प्रोजेक्ट की लागत करीब 50 करोड़ रुपए हैं
-हाईकोर्ट के सामने गोल्फ क्लब परिसर की मौजूदा पार्किंग के नीचे प्रोजेक्ट का काम शुरू किया गया है
-अनुबंधित फर्म की ओर से स्ट्रक्चर डिजाइन देने में देरी की गई है
-इस के चलते प्रोजेक्ट में डायफ्राम वॉल बनाने का काम कुछ दिन पहले ही शुरू किया गया है
-यहां दो मंजिला भूमिगत पार्किंग का निर्माण किया जाएगा 
-पार्किंग प्रोजेक्ट पूरा करने की डेडलाइन वर्ष 2025 में अप्रेल में हैं 
-इस दो भूमिगत पार्किंग में 500 चौपहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे
-यह पार्किंग प्रोजेक्ट हाईटेक होगा
-वाहन चालकों का यहां पहुंचते ही पता चल जाएगा कहां कितना पार्किंग स्पेस उपलब्ध है
-इसका पता वाहन चालकों को यहा लगे डिस्प्ले बोर्ड से लग जाएगा
-इसके अलावा प्रोजेक्ट से संबंधित एक मोबाइल एप भी होगा
-इस एप से भी यहां उपलब्ध पार्किंग स्पेस का पता चल सहेगा
-साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता का पता चल सकेगा
-प्रोजेक्ट के तहत यहां 100 चार्जिंग स्टेशन भी लगाए जाएंगे

जेडीए आयुक्त मंजू राजपाल की अध्यक्षता में जेडीए ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक हुई थी. इस बैठक में रामबाग सर्किल,भवानी सिंह रोड और अंबेडकर सर्किल पर जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए यातायात सुधार योजना बनाने का फैसला किया गया था. यह योजना महीने भर में बनाई जाएगी. इसी योजना के मद्देनजर फर्स्ट इंडिया न्यूज की टीम ने अंबेडकर सर्किल से लगते जनपथ पर मौके के हालात का जायजा लिया. जाम की समस्या को लेकर ट्रैफिक एक्सपर्टस से भी चर्चा की. इस पूरी कवायद में समस्या को खत्म करने का जो रामबाण निकल कर आया वह यह है कि जनपथ पर वन वे किए जाए लागू. आपको बताते हैं कि इस वीआईपी मार्ग पर जाम की समस्या के समाधान के लिए आखिर वन वे क्यों है जरूरी

-एक्सपर्टस के मुताबिक जनपथ पर पीक आवर्स सुबह व शाम वन वे लागू किया जाना चाहिए
-अंबेडकर सर्किल व स्टेच्यू सर्किल के बीच सुबह तीन घंटे और शाम तीन घंटे वन वे लागू किया जाना चाहिए
-प्रात:9 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक और शाम 5 बजे से लेकर रात 8 बजे वन वे लागू किया जाना चाहिए
-सुबह के समय अंबेडकर सर्किल से स्टेच्यू सर्किल की तरफ वन वे रखा जाए
-तब सरकारी कार्यालय खुलने के कारण वाहनों का मूवमेंट इस तरफ ही ज्यादा होता है
-जबकि शाम के समय स्टेच्यू सर्किल से अंबेडकर सर्किल की तरफ वन वे रखा जाए
-शाम को वाहनों का मूवमेंट स्टेच्यू सर्किल से अंबेडकर सर्किल की तरफ अधिक रहता है
-वन वे के दौरान सहदेव मार्ग व अन्य मार्गों को वैकल्पिक मार्ग के तौर पर उपयोग किया जा सकता है