घुसपैठ को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप बोले, अमेरिका में अवैध तरीके से एंट्री हुई कम, बाइडेन कार्यकाल में घुसपैठ में हुआ इजाफा

घुसपैठ को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप बोले, अमेरिका में अवैध तरीके से एंट्री हुई कम, बाइडेन कार्यकाल में घुसपैठ में हुआ इजाफा

नई दिल्ली: अमेरिकी संसद में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संबोधित किया. घुसपैठ को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में अवैध तरीके से एंट्री कम हुई. बाइडेन कार्यकाल में घुसपैठ में इजाफा हुआ. बाइडेन अमेरिकी इतिहास के सबसे खराब राष्ट्रपति है. साथ मिलकर अमेरिका को फिर महान बनाना है. ये बड़े सपने देखने का समय है. UNHRC से भी अमेरिका को बाहर निकाला. विदेश में दी जाने वाली मदद खत्म की. बाइडेन का कानून अमेरिकी विकास में बाधा था.

अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता:
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता. विकास में रूकावट डालने वाले फैसले खत्म किए. बाइडेन प्रशासन ने आर्थिक तबाही लाई. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका वापस आ गया है. अमेरिका का सुनहरा दौर वापस आ गया है. अमेरिकी गौरव, आत्मविश्वास वापस लौट आया. अमेरिका की गति वापस आ गई है. 43 दिन में वो किया जो 8 साल में नहीं हुआ. अमेरिका सही दिशा में आगे बढ़ रहा. हमे ऐतिहासिक जनादेश मिला. अमेरिकी नागरिकों को मुझ पर भरोसा है. राष्ट्रपति के रूप में मेरा पहला महीना सफल है.

ट्रंप ने भारत, चीन और कोरिया पर साधा निशाना:
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद में अपने भाषण के दौरान कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी, जिसमें टैरिफ, जेंडर पॉलिसी, और यूक्रेन युद्ध पर उनके विचार शामिल थे. ट्रंप ने भारत, चीन और कोरिया पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत हम पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाता है, जबकि चीन और कोरिया भी ज्यादा टैरिफ लगाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि टैरिफ के बदले टैरिफ का ऐलान किया जाता है, और हम इस पर किसी से समझौता नहीं करेंगे. जो जितना टैरिफ लगाएगा, उस पर उतना टैरिफ लगेगा. यह बयान एक स्पष्ट संदेश था कि अमेरिका अपनी व्यापार नीति को सख्त बनाने का इरादा रखता है और अन्य देशों द्वारा लगाए गए टैरिफ के खिलाफ कड़े कदम उठाएगा.

यूक्रेन संकट पर जेलेंस्की का यू-टर्न:
ट्रंप के भाषण से ठीक पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी एक बड़ा बदलाव किया. उन्होंने ट्रंप के साथ हुई बहस पर खेद जताया और युद्धविराम के लिए सहमति दी. जेलेंस्की ने कहा कि मैं शांति के प्रति यूक्रेन की प्रतिबद्धता दोहराना चाहता हूं और जैसे ही समय मिलेगा, हम डील के लिए तैयार हैं. उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइल हमले बंद किए जाएं और युद्धबंदियों को पहले चरण में छोड़ा जाए. जेलेंस्की ने यह भी स्वीकार किया कि कोई भी देश अंतहीन युद्ध नहीं चाहता और यूक्रेन स्थायी शांति लाने के लिए तैयार है.

ट्रंप का संबोधन और नए प्रस्ताव:
राष्ट्रपति ट्रंप ने संसद में अपने भाषण में कई अन्य मुद्दों पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि अमेरिका में अब तीसरा जेंडर नहीं होगा, केवल दो जेंडर, महिला और पुरुष होंगे. ट्रंप ने यह भी कहा कि, "महिला टीमों में ट्रांसजेंडर नहीं खेल सकते, और इस नीति को स्कूलों में भी लागू किया जाएगा. इसके साथ ही ट्रंप ने अमेरिका की रोजगार नीति पर भी जोर दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिका में नियुक्ति मेरिट के आधार पर होगी, न कि किसी जाति, रंग या नस्ल के आधार पर. ट्रंप ने अपने भाषण में यह भी दावा किया कि उनकी सरकार ने रिकॉर्ड स्तर पर अपराधों को रोका है और अमेरिका को पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाया है. ट्रंप के बयान और जेलेंस्की के यू-टर्न ने दोनों देशों के बीच बदलती राजनीतिक परिस्थितियों और उनके विदेश नीति के दृष्टिकोण को सामने रखा. टैरिफ को लेकर ट्रंप की कड़ी प्रतिक्रिया और यूक्रेन के राष्ट्रपति द्वारा युद्धविराम के लिए सहमति से यह साफ है कि वैश्विक राजनीति में जल्द ही कई अहम बदलाव हो सकते हैं.

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