जयपुर: राजस्थान में लेपर्ड के पहले एनकाउंटर पर सवाल खड़े होते. 8 मौतों के बाद गोगुंदा में आज एक लेपर्ड का एनकाउंटर किया गया. 4 लेपर्ड कैद में, एक को ग्रामीणों ने मारा और एक का आज शूटआउट हुआ. जिन 4 लेपर्ड को कैद किया, क्या अब उनको वन विभाग रिलीज करेगा ? जिस लेपर्ड को ग्रामीणों ने मारा क्या वह ह्यूमन किलर नहीं था?
जिस लेपर्ड का आज एनकाउंटर किया, क्या वही लेपर्ड ह्यूमन किलर है? ERT में शामिल वन विभाग के 6 अधिकारियों ने 6 दिन के ऑपरेशन में क्या किया ? CCF उदयपुर, DCF नॉर्थ की विफलता के बाद विभाग उन पर मेहरबान क्यों ? उदयपुर उत्तर में 37 लेपर्ड और DCF उदयपुर क्षेत्र में 25 लेपर्ड, 34 जरख DCF उदयपुर नॉर्थ में और 62 जरख DCF उदयपुर, DCF नॉर्थ में 9 भालू और DCF उदयपुर दो भालू, गोगुंदा के आसपास 15 से 20 लेपर्ड का विचरण.
#Jaipur: एसोसिएट एडिटर निर्मल तिवारी की रिपोर्ट
— First India News (@1stIndiaNews) October 18, 2024
प्रदेश में लेपर्ड के पहले एनकाउंटर पर खड़े होते सवाल, 8 मौतों के बाद गोगुंदा में आज एक लेपर्ड का एनकाउंटर...#RajasthanWithFirstIndia @ForestRajasthan @ntca_india @Nirmaltiwaribki @Sanjay4India1 pic.twitter.com/6Cpm43iuVg
ऐसे में ह्यूमन किलर लेपर्ड की पुख्ता पहचान का क्या था फॉर्मूला ? दुआ करो कि गोगुंदा में अब इंसान पर वन्य जीव का हमला न हो, जो अब हमला हुआ तो मुंह छिपाना भी मुश्किल होगा. वन्य जीव प्रेमियों में वन मंत्री संजय शर्मा के नेतृत्व को लेकर भी कई तरह की चर्चा है. एक चर्चा यह भी 'आत्ममंथन का समय, देशाटन बाद में भी हो जाता एक बार गोगुंदा भी जा आते.