जयपुर: राजस्थान में मौसमी बीमारियों के रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया है. अब राजस्थान में मौसमी बीमारियां कंट्रोल में है. लेकिन अब एलर्जी का खतरा है. शुरुआती दो माह में अधिकांश जिलों में मौसमी बीमारियों के केस नॉर्मल है.
इस दौरान डेंगू के 67, मलेरिया के 18, चिकनगुनिया के 59, स्वाइन फ्लू के 5, स्क्रब के 50, ब्रुसेलोसिस के 78 और लेप्टोस्पायरोसिस के 39 केस किए गए चिन्हित किए गए हैं.
हालांकि, मौसम बदलने से सर्दी, खांसी, जुखाम के केस में बढ़ोतरी जरूर दर्ज की गई है. लेकिन फरवरी अंत आते-आते शहरी क्षेत्रों में एलर्जी का खतरा शुरू हुआ है. इसके पीछे का कारण छलील (होलोप्टलिया) के पेड़, जिससे निकलते परागकण ये परागकण हवा में मिलकर शरीर में सांस के साथ पहुंचते, जो एलर्जी पैदा करते है.