जयपुर : प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ निवेशकों की रुचि भी बढ़ने लगी है. वर्ष 2022 में जहां प्रदेश में 10 करोड़ 87 लाख से अधिक पर्यटक आए वहीं पिछले वर्ष है संख्या 18 करोड़ 7 लाख से ज्यादा रही. इस वर्ष अगस्त अंत तक 13 करोड़ से ज्यादा पर्यटक राजस्थान आए हैं. माना यह जा रहा है कि 31 दिसंबर तक प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या इस वर्ष 24 करोड़ के आसपास रहेगी. यही कारण है कि ट्रैवल ट्रेड के बिग प्लेयर हों या फिर स्थानीय स्तर पर छोटा निवेश करने वाले सभी की नजर राजस्थान के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर है.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार का भी प्रयास यही है कि प्रदेश के दूसरे तरफ से बड़े सर्विस सेक्टर यानी पर्यटन सेक्टर पर फोकस रहे. आधारभूत ढांचे को और मजबूत किया जाए तथा डबल इंजन की सरकार का फायदा उठाते हुए केंद्र की योजनाओं का भी राज्य में भरपूर लाभ मिले. प्रदेश में बढ़ती पर्यटकों की संख्या को देखते हुए ही पिछले काफी समय से उपमुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री दिया कुमारी से कई निवेशकों ने मुलाकात की और राजस्थान में निवेश की इच्छा जताई. इसके बाद पर्यटन विभाग ने राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट को ध्यान में रखते हुए निवेशकों के साथ बातचीत की और स्थानीय स्तर से लेकर कई सौ करोड़ निवेश करने वाले निवेशकों के साथ एमओयू फाइनल किए. अब दिल्ली रोड शो के दौरान सात निवेशकों के साथ 13 प्रोजेक्ट के 3660 करोड़ के एमओयू मुख्यमंत्री की मौजूदगी में साइन किए जाएंगे.
30 सितंबर को होने वाले एमओयू
निवेशक प्रोजेक्ट लागत
Ebu Estate. रिसॉर्ट, जयपुर 650 करोड़
गुलशन फैशन्स रिसॉर्ट, जयपुर 600 करोड़
उमराव प्रॉपर्टीज रिसॉर्ट, जयपुर 150 करोड़
Vpic हॉस्पिटैलिटी रिसॉर्ट, स.माधोपुर 150 करोड़
गोयल फैशन्स रिसॉर्ट 835 करोड़
अपूर्व कुमार रिसॉर्ट, स.माधोपुर 100 करोड़
अपूर्व कुमार होटल, जयपुर 100 करोड़
राजेश्वरी कुमार होटल जयपुर 100 करोड़
एंटरटेनमेंट 7 क्रिएटिव म्यूजियम, जयपुर 107 करोड़
जयपुर टेक्नो एंटरटेनमेंट
एंड म्यूजियम, एम्यूजमेंट पार्क स. माधोपुर 125 करोड़
ओपूलेंट रिजॉर्ट्स होटल, नागौर 160 करोड़
रिवेरा हिल्स रिसॉर्ट 110 करोड़
बायान ग्रुप होटल, उदयपुर 125 करोड़
- दिल्ली रोड शो के दौरान 100 करोड़ से अधिक के 13 एमओयू पर होंगे हस्ताक्षर
- इसके बाद कुछ एमओयू 8 अक्टूबर को प्री राइजिंग राजस्थान समिट के दौरान होंगे
- कुछ एमओयू अलग-अलग जिलों में जिला कलेक्टर की मौजूदगी में किए जाएंगे
- जयपुर जिले के लिए कल 42 निवेश के प्रस्ताव हुए हैं प्राप्त
- इनमें संदीप बक्शी, मेहुल महेश्वरी के तीन 300 करोड रुपए के प्रस्ताव भी शामिल
- कुछ प्रस्ताव पर निवेशकों ने रखी है कुछ मांग, विभाग के निर्णय के बाद होंगे शेष एमओयू
- जयपुर, उदयपुर सहित 36 जिलों के लिए मिले निवेश के प्रस्ताव
पर्यटन के क्षेत्र में राइजिंग राजस्थान के लिए अभी तक 11960 करोड रुपए के 106 एमओयू फाइनल किए गए हैं. पर्यटन सचिव रवि जैन का कहना है की बढ़ती पर्यटकों की संख्या को देखते हुए निवेशक अब राजस्थान में ज्यादा से रुचि ले रहे हैं. होटल रिसोर्ट के साथ-साथ एम्यूजमेंट पार्क और म्यूजियम तैयार करने में भी निवेशकों ने रुचि दिखाई है. पर्यटन आयुक्त वीपी सिंह का कहना है कि जयपुर और उदयपुर डिमांड में है तो जोधपुर, कोटा, जैसलमेर और सवाई माधोपुर भी ज्यादा पीछे नहीं. पर्यटन सेक्टर कितना तेज़ी से मजबूत हो रहा है इसका एक उदाहरण यह भी है कि जो पर्यटन सेक्टर के 106 एमओयू होंगे वे 36 जिलों के लिए हैं.
यानी उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के नेतृत्व में विभाग ने जबरदस्त काम किया है और छोटे निवेशकों से लेकर बड़े निवेशक को तक को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके, सिंगल विंडो सिस्टम से क्लीयरेंस मिल सके इन सभी बातों का ध्यान रखा गया है. दरअसल बड़े निवेशकों में एलीट वर्ग और विदेशी पर्यटक को ध्यान में रखकर फोकस किया है तो छोटे निवेशक कौन है धार्मिक आस्था के केदो के आसपास पर्यटन इकाई खोलने पर अपना फोकस रखा है. इसका फायदा यह होगा कि प्रदेश में आने वाले हर वर्ग के पर्यटक को अब हर श्रेणी की लॉजिंग बोर्डिंग की सुविधा उपलब्ध होगी. मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे, बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी.
इससे आने वाले वर्षों में पर्यटन में और वृद्धि होगी. पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी का भी चुकी है कि राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट और उसके बाद अगले वर्ष मार्च में आईफा अवार्ड समारोह के आयोजन के बाद प्रदेश में पर्यटन की तस्वीर बदल जाएगी. पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी इसलिए यह जरूरी है कि प्रदेश में नई टूरिज्म यूनिट्स खोलें ताकि पर्यटकों को रुकने की अत्याधुनिक सुविधा तो मिले ही साथ ही साथ मनोरंजन के साधन उपलब्ध हों, बेहतर रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी उपलब्ध हो.