जयपुर: राजस्थान में फिर मौसम का मिजाज बदल गया. सीजन की दूसरी मावठ ने फिर सर्दी के तेवर तीखे किए. राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में रिमझिम बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है. इस सीजन में यह दूसरा मजबूत पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहा. इस पश्चिमी विक्षोभ का आज सबसे ज्यादा असर दिखेगा. इससे पहले 26 से 28 दिसंबर के बीच वेदर सिस्टम से मावठ हुई थी. पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद 12 जनवरी से मौसम शुष्क रहेगा. हालांकि वातावरण में नमी से अगले दो-तीन दिन कोहरे का असर रहेगा. साथ ही रात के तापमान में गिरावट के साथ सर्दी के भी तेवर तीखे होंगे.
मध्य रात्रि के बाद से चल रही शीतलहर:
जोधपुर के शेरगढ़ सहित आसपास के क्षेत्रों में मौसम बदल गया. तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी है. मध्य रात्रि से तेज गड़गड़ाहट के साथ बूंदाबादी शुरू हुई. मावठ की पहली बारिश में रबी की फसलों को जीवनदान मिलेगा. मावठ की बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी ठंडक है. मध्य रात्रि के बाद से शीतलहर चल रही है. आम जनजीवन पर भी खासा असर पड़ा. अभी भी हल्की बूंदाबादी का दौर जारी है. आसमान में चारों ओर घने काले बादल छाए.
मौसमी बीमारियों का बढ़ा खतरा:
फलोदी में सुबह बारिश हुई. फलोदी सहित ग्रामीण इलाकों में बारिश हुई. कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी, तो कुछ इलाकों में तेज बारिश हुई. बारिश होने से सर्दी बढ़ गई. शीतलहर से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ. आमजन अलाव का सहारा ले रहे है. गर्म चीजों का सेवन कर रहे है. मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया.
करौली में फिर बिगड़ा मौसम का मिजाज:
करौली में फिर मौसम का मिजाज बिगड़ गया, सर्दी के तेवर तीखे हुए. चार दिन बाद आज आसमान में फिर घने बादलों का डेरा है. विगत तीन-चार दिन से निकल रही तेज धूप से सर्दी से राहत थी. लेकिन आज तेज चल रही शीतलहर लोगों की धूजणी छुड़ा रही है. घने बादलों और सर्द हवाओं से पारा लुढ़का. एक बार फिर सर्दी की जकड़न में लोग जकड़े, दिनचर्या भी प्रभावित हुई. ग्रामीण क्षेत्र में भी मौसम के बिगड़े मिजाज से जनजीवन प्रभावित हुआ. सर्दी से बचाव के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे है.