Year Ender 2024: इस साल दुनियाभर में छाई रहीं ये खबरें, इजरायल-गाजा, रूस-यूक्रेन युद्ध सहित बांग्लादेश-सीरिया में तख्तापलट, जानें विस्तार से घटनाक्रम

Year Ender 2024: इस साल दुनियाभर में छाई रहीं ये खबरें, इजरायल-गाजा, रूस-यूक्रेन युद्ध सहित बांग्लादेश-सीरिया में तख्तापलट, जानें विस्तार से घटनाक्रम

नई दिल्ली: अब साल 2024 खत्म होने वाला है, दिसंबर माह के कुछ दिन शेष बचे है, फिर साल 2025 की शुरूआत होगी. ऐसे में साल 2024 में दुनियाभर में कई घटनाक्रम हुए, जो सुर्खियों में छाए रहे. उन घटनाक्रम के बारे में आज हम आपको इस खबर के माध्यम से बताना चाहते है. साल 2024 में इजरायल-गजा संघर्ष पूरे वर्ष चर्चा में छाया रहा है. इस वर्ष इजरायल-गाजा की खबरें सुर्खियों में रही. 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले के साथ शुरू हुआ ये युद्ध 2024 में पूरे वर्ष चलता रहा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस युद्ध में अबतक 45 हजार से अधिक फलस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं. इनमें बच्चों और महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है. इसके अलावा रूस और यूक्रेन युद्ध भी चर्चा में छाया रहा. रूस ने यूक्रेन पर फरवरी 2022 में हमला किया था. इसी वर्ष  पड़ोसी बांग्लादेश में शेख हसीना (Sheikh Hasina) और सीरिया में बशर-अल-असद की सरकार का पतन भी हो गया. इस वर्ष भारत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने चुनाव जीतकर लगातार तीसरी बार परचम लहराया, तो अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की फिर से वापसी हुई. चलिए जानते है दुनियाभर के घटनाक्रम की, जो इस वर्ष सुर्खियों में छाये रहे.

नरेंद्र मोदी की शानदार जीत:
अब बात करते है भारत की, तो यहां पर तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में NDA ने तीसरी बार सरकार बनाई. अप्रैल 2024 से लेकर जून 2024 के बीच भारत में लोकसभा चुनाव कराया गया.
-चुनाव परिणाम 4 जून को जारी हुए. लोकसभा चुनाव में BJP के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को 292 सीटों पर जीत हासिल हुई. उसने आसानी से बहुमत हासिल कर लिया.
-विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन 234 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सका.
-अन्य दलों को 17 सीटें मिलीं. सबसे ज्यादा सीटें प्राप्त करने वाले दलों की बात करें तो भाजपा को 240, कांग्रेस को 99, समाजवादी पार्टी को 37 तृणमूल कांग्रेस को 29, डीएमके को 22, TDP को 16 और जेडीयू को 12 सीटों पर जीत मिली.
-इसके बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली.
-नरेंद्र मोदी की इस जीत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाप छोड़ी.
-नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA ने लोकसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप:
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के लिए ये साल बहुत महत्वपूर्ण रहा. क्योंकि यहां पर फिर से डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की पार्टी ने जीत हासिल की. फिर से डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुने गए. आपको बता दें कि अमेरिका में इस वर्ष नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव के वोटिंग हुई. इसमें पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज की. उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार भारतीय मूल की कमला हैरिस को मात दी.  डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को 312 इलेक्टोरल वोट और कमला हैरिस को 226 इलेक्टोरल वोट मिले. रिपब्लिकन पार्टी ने राष्ट्रपति पद के साथ ही हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट में भी बहुमत हासिल कर लिया है. डोनाल्ड ट्रंप की इस जीत के साथ ही अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कई तरह के बदलाव आने के संकेत मिलने लगे हैं. इसमें सबसे बड़ा होगा कुछ देशों पर टैरिफ बढ़ाना. डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद इजरायल-गजा युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध में की दशा और दिशा में भी बदलाव देखने को मिल सकता है. डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) दूसरी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं.

इजरायल और गाजा: 
चलो बात करते है इजरायल और गाजा युद्ध की, तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में 12 सौ लोग मारे गए थे और हमास ने 251 लोगों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इजराल ने गजा में जवाबी कार्रवाई शुरू की. पहले उसने हवाई हमले किए और बाद में जमीनी कार्रवाई शुरू की. इस हमले में अब तक 45 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में अधिकांश बच्चे और महिलाएं हैं. इस हमले के कारण से गाजा से लाखों लोगों की आबादी विस्थापित हुई है.इजरायली हमले में गजा पट्टी अब खंडहर में बदल चुकी है. इजरायल ने अब तक हमास के कई बड़े नेताओं का खात्म कर दिया है. वर्ष 2024 में इस युद्ध को रुकवाने के लिए कई प्रयास हुए. लेकिन इसमें अभी तक सफलता नहीं मिली है.युद्ध विराम का एक और प्रयास अभी जारी है.  

रूस-यूक्रेन युद्ध:
अब बात करते है रूस-यूक्रेन युद्ध की, तो रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था. ऐसे में अगर अगले कुछ दिनों में ये युद्ध न रुका तो अगले साल 24 फरवरी को यह युद्ध अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस युद्ध को रुकवाने में दिलचस्पी दिखाई है.  वो 20 जनवरी को सत्ता संभालने वाले हैं, अगर वे इस युद्ध को रुकवा दे देते हैं तो यह उनकी बड़ी कामयाबी होगी. ट्रंप की बात पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. 

बांग्लादेश में तख्तापलट:
अब बात हो रही है बांग्लादेश में शेख हसीना (Sheikh Hasina) के तख्तापलट की. तो इस वर्ष के अगस्त माह में बांग्लादेश में उथल-पुथल हुई. हिंसक प्रदर्शनों के बाद बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हुआ. शेख हसीना (Sheikh Hasina) बांग्लादेश को छोड़कर भारत आ गईं. शेख हसीना (Sheikh Hasina) के देश छोड़ने के बाद अर्थशास्त्री युनूस मोहम्मद के नेतृत्व में वहां एक अंतरिम सरकार ने सत्ता संभाली. इसके बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं और दूसरे धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों की संख्या में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ती चली गई. इससे भारत-बांग्लादेश के बीच रिश्ते को प्रभावित हो रहे हैं. भारत ने बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है. वहीं बांग्लादेश ने कहा है कि भारत शेख हसीना (Sheikh Hasina) को वापस बांग्लादेश भेजे.सरकार गिरने के बाद शेख हसीना को अपना देश छोड़कर भारत आना पड़ा था.

सीरिया में तख्तापलट:
चलो अब बात करते है सीरिया में तख्तापलट की, तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) के नेतृत्व में विद्रोही लड़ाकों ने अलेप्पो, हमा और होम्स शहरों पर कब्ज़े के बाद 8 दिसंबर को राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया. इसके साथ ही विद्रोहियों ने सीरिया की आजादी की घोषणा कर दी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर भाग गए हैं.एचटीएएस के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-ज़ुलानी के नेतृत्व में सीरिया का प्रशासन अपने हाथों में ले लिया. बाद में खबर आई कि असद को रूस ने शरण दी है.हयात तहरीर अल-शाम के लड़ाकों ने 8 दिसंबर को राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया.