राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में आगे बढ़ाने से कोई दिक्कत नहीं : नीतीश कुमार

 राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में आगे बढ़ाने से कोई दिक्कत नहीं : नीतीश कुमार

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को स्पष्ट किया कि राज्य में उनकी सहयोगी कांग्रेस द्वारा अगले आम चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर जोर देने से उन्हें कोई समस्या नहीं है. मुख्यमंत्री यहां आयोजित एक समारोह से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे, जहां उन्होंने राज्य शिक्षा विभाग में भर्ती सैकड़ों अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए. जनता दल (यूनाइटेड) के नेता ने यह भी दोहराया कि वह प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदार नहीं हैं. हालांकि, उन्होंने इस मुद्दे पर समान विचारधारा वाले दलों के बीच आम सहमति बनाने की आवश्यकता पर बल दिया.

नीतीश ने करीब पांच महीने पहले भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था. कुमार की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता कमलनाथ के हालिया बयान से जुड़े सवाल पर आई. इस पर मुख्यमंत्री कुमार ने कहा कि मुझे कोई समस्या नहीं है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा था कि राहुल गांधी वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री पद का चेहरा भी होंगे.

जद(यू) नेता ने कहा कि यह उनका (कांग्रेस का) काम है कि वे सभी दलों से विचार-विमर्श के बाद कोई फैसला करें. फिलहाल वे (भारत जोड़ो) यात्रा में व्यस्त नजर आ रहे हैं. हम आगे के घटनाक्रम की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं एक बार फिर स्पष्ट कर दूं कि मैं स्वयं दावेदार नहीं हूं. बेशक, मेरा दृढ़ विश्वास है कि अधिक से अधिक दलों (भाजपा विरोधी) को एक साथ आना चाहिए और इस प्रकार गठित मोर्चा भारी बहुमत हासिल करेगा और लोगों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील रहने वाली सरकार बनाएगा.

कुमार ने किसी का नाम लिये बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी कटाक्ष किया. नीतिश कुमार ने अगले सप्ताह भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की बिहार यात्रा के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि मैं उनके बारे में कुछ नहीं कहना चाहता. उनका राज्य के साथ एक लंबा रिश्ता है, खासकर इसकी राजधानी से जहां उन्होंने अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष बिताए हैं. लेकिन, पार्टी के प्रमुख के रूप में, उनके पास दो व्यक्तियों की आज्ञा का पालन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील मोदी के कुमार पर कार्यकाल पूरा नहीं कर सकने संबंधी टिप्पणी के जवाब में जद(यू) नेता ने कहा कि मैं चाहता था कि वह (सुशील) अपना कार्यकाल पूरा करें, लेकिन उनकी पार्टी ने उन्हें किनारे कर दिया. इससे पहले, कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता आंदोलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भूमिका पर सवाल उठाया और केंद्र की मौजूदा सरकार पर महात्मा गांधी की भूमिका को कमतर करने का आरोप लगाया.

इस बीच, प्रदेश भाजपा ने कुमार के बयान पर पलटवार किया. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने एक बयान में कहा कि आरएसएस का योगदान ‘राष्ट्रवाद’ है. इसके आदर्शों के कारण अनुच्छेद 370 को समाप्त कर कश्मीर को आजादी मिली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधुनिक समय के विश्वकर्मा हैं और बिहार में जो कुछ भी प्रगति हुई है, उसके लिए वह श्रेय के पात्र हैं.(भाषा)