चेन्नई: आदित्य मित्तल स्पेन में चल रहे एक टूर्नामेंट के दौरान भारत के 77वें शतरंज ग्रैंडमास्टर बने. मुंबई के सोलह वर्षीय खिलाड़ी ने ग्रैंडमास्टर बनने के लिए जरूरी तीन मानदंड पहले ही हासिल कर लिये थे और स्पेन में चल रहे एलोब्रेगेट ओपन टूर्नामेंट के छठे दौर के दौरान उन्होंने 2,500 ईएलओ अंक का आंकड़ा पार कर लिया.
मुकाबला ड्रॉ खेलकर यह उपलब्धि हासिल की:
उन्होंने स्पेन के शीर्ष खिलाड़ी फ्रांसिस्को वैलेजो पोंस के खिलाफ मुकाबला ड्रॉ खेलकर यह उपलब्धि हासिल की. ग्रैंडमास्टर बनने के लिए खिलाड़ी को तीन ग्रैंडमास्टर मानदंड को हासिल करने के अलावा लाइव रेटिंग में 2,500 ईएलओ अंकों को हासिल करने की जरूरत होती है.
मित्तल ने सर्बिया मास्टर्स 2021 में अपना पहला ग्रैंड मास्टर मानदंड हासिल किया. इसके बाद उन्होंने एलोब्रेगेट ओपन 2021 में अपना दूसरा और फिर सर्बिया मास्टर्स 2022 में अपना तीसरा ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल किया. वह एलोब्रेगट ओपन में अब तक पांच अंक हासिल कर पांच अन्य खिलाड़ियों के साथ संयुक्त रूप से तालिका में शीर्ष पर है. भरत सुब्रमण्यम, राहुल श्रीवास्तव, वी प्रणव वी और प्रणव आनंद के बाद मित्तल 2022 में ग्रैंडमास्टर खिताब हासिल करने वाले पांचवें भारतीय हैं. सोर्स-भाषा