गुवाहाटी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन रविवार को यहां नीलाचल पर्वतीय क्षेत्र स्थित 51 शक्ति पीठों में से एक प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की.
वह मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका के साथ राजकीय अतिथि गृह से मंदिर पहुंचे. शाह और शर्मा मंदिर के गर्भगृह पहुंचे जहां उन्होंने तीन पुजारियों की मौजूदगी में पूजा-अर्चना की. गृह मंत्री 10 मिनट से अधिक समय तक अंदर रहे और बाहर आने के बाद मंदिर की 'परिक्रमा' की. मंदिर में वरिष्ठ पुजारियों और कामाख्या देवालय के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया. केंद्रीय गृह मंत्री ने मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और फिर असम प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज के लिए रवाना हो गए, जहां वह पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के 70वें पूर्ण सत्र को संबोधित करेंगे.
बाढ़ मुक्त असम’ विषय पर एक बैठक की:
शाह बाद में गोलाघाट जिले के दरगांव जाएंगे जहां वह राज्यस्तरीय पुलिस अधीक्षक सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इसके बाद वह जोरहाट के राउरिया हवाई अड्डे से नयी दिल्ली के लिए रवाना होंगे. वह शुक्रवार शाम यहां पहुंचे थे और ‘बाढ़ मुक्त असम’ विषय पर एक बैठक की अध्यक्षता की थी. बैठक में मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. केंद्रीय गृह मंत्री ने पार्टी के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कोर कमेटी की बैठक में भी भाग लिया.
दो कार्यक्रमों में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया:
शनिवार को उन्होंने नवनिर्मित प्रदेश भाजपा कार्यालय का उद्घाटन किया और नड्डा के साथ दो कार्यक्रमों में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. शाम को, उन्होंने मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर एक क्षेत्रीय बैठक की अध्यक्षता की. इसके अलावा उन्होंने पूर्वोत्तर अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एनईएसएसी) की समीक्षा बैठक भी की. शाह ने यहां श्रीमंत शंकरदेव कलालक्षेत्र में एक सांस्कृतिक समारोह में भाग लिया. सोर्स-भाषा