कोटा: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में बूंदी जिल से पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सोमवार को एक बार फिर शुरू हुई. गांधी के साथ पदयात्रा में उनकी बहन एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, उनके पति रॉबर्ट वाड्रा और सैकड़ों महिलाओं ने शिरकत की.
पार्टी कार्यकर्ताओं और आसपास के क्षेत्रों की महिलाओं सहित बड़ी संख्या में महिलाएं राहुल और प्रियंका गांधी व अन्य यात्रियों के साथ कोटा-लालसोट मेगा राजमार्ग पर पहुंचीं. वे बाबाई से सवाई माधोपुर जिले के पीपलवाड़ा तक मार्च करेंगे और फिर वहां विश्राम के लिए रुकेंगे.
यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई थी. तभी से पदयात्रा कर रहे राहुल राव ने कहा कि आज 96वें दिन की ‘भारत जोड़ा यात्रा’ नारी शक्ति के साथ सुबह करीब छह बजे बाबाई गांव में तेजाजी महाराज मंदिर में पूजा-अर्चना करने, राष्ट्रगान गाने और राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद शुरू हुई. उन्होंने बताया कि इस दौरान सड़कों पर बड़ी संख्या में महिलाएं यात्रियों का अभिवादन करने के लिए एकत्रित हुईं और मार्च का हिस्सा भी बनी.
राजस्थान में आज यात्रा का सातवां दिन:
राजस्थान में आज यानी सोमवार को यात्रा का सातवां दिन है. बूंदी जिले में इसका आखिरी दिन है. तेजाजी मंदिर से करीब छह किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यात्रा ने टोंक जिले में प्रवेश किया. इसके बाद पीपलवाड़ा से होकर सवाई माधोपुर में प्रवेश करने से पहले टोंक में करीब पांच किलोमीटर का सफर तय करेगी.
बड़ी संख्या में कई महिलाएं इसमें शामिल हुईं:
कांग्रेस के इंदरगढ़ (बूंदी) ब्लॉक अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि आज सुबह जब यात्रा फिर से शुरू हुई तो पांच हजार से अधिक महिलाओं ने राहुल और प्रियंका गांधी के साथ यात्रा में शिरकत की और यात्रा के आगे बढ़ने के साथ भी बड़ी संख्या में कई महिलाएं इसमें शामिल हुईं. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने पदयात्रियों के साथ बातचीत की.
96वें दिन की यात्रा महिला सशक्तिकरण को समर्पित:
राज्य में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के सह-समन्वयक कपिल यादव ने बताया कि 96वें दिन की यात्रा महिला सशक्तिकरण को समर्पित है और इसीलिए इसे सोमवार को ‘नारी शक्ति पद यात्रा’ कहा जा रहा है. राजस्थान एकमात्र कांग्रेस शासित राज्य है जहां अभी तक यात्रा पहुंची है. यात्रा 21 दिसंबर को हरियाणा में प्रवेश करने से पहले यहां 17 दिन में करीब 500 किलोमीटर का सफर तय करेगी.
यात्रा के तहत 150 दिन में 3,570 किलोमीटर का सफर तय करने का लक्ष्य:
यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु में कन्याकुमारी से शुरू हुई और अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक तथा तेलंगाना सहित पांच दक्षिणी राज्यों और महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश से होकर गुजर चुकी है. फरवरी की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में यह यात्रा सम्पन्न होगी. यात्रा के तहत 150 दिन में 3,570 किलोमीटर का सफर तय करने का लक्ष्य है. सोर्स- भाषा