सिडनी: नीदरलैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप मैच से पहले भारतीय टीम के कोचिंग सदस्यों ने नेट सत्र के दौरान लोकेश राहुल की तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ फुटवर्क की कमी को दूर करने पर जोर दिया जबकि पाकिस्तान के खिलाफ गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने वाले हरफनमौला हार्दिक पंड्या को थकान से उबरने के लिए विश्राम दिया गया था.
भारतीय टीम को यह मैच गुरुवार को खेलना है ऐसे में टीम चाहे तो पंड्या को टूर्नामेंट के अहम मैचों से पहले इस मुकाबले में विश्राम दे सकती है. उनकी जगह दीपक हुड्डा को आजमाने का विकल्प है जो किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के अलावा पावर प्ले में ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं.
पंड्या मांसपेशियों के खिंचाव से भी जूझते दिखे:
इस नेट सत्र में रविचंद्रन अश्विन को छोड़ कर पाकिस्तान के खिलाफ खेलने वाले सभी गेंदबाजों को विश्राम दिया गया था. पंड्या ने पाकिस्तान के खिलाफ लगभग 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चार ओवर की गेंदबाजी करते के बाद लंबे समय तक बल्लेबाजी भी की थी. ऑस्ट्रेलिया में मैदान काफी बड़े हैं ऐसे में बल्लेबाजों को दौड़कर काफी रन बनाने होते हैं. भारतीय पारी के दौरान पंड्या मांसपेशियों के खिंचाव से भी जूझते दिखे.
इससे पहले टी20 में कभी दौड़कर इतने रन नहीं लिये:
नेट सत्र के दौरान जब पंड्या से पूछा गया कि क्या उनकी मांसपेशियों में गंभीर खिंचाव है तो उन्होंने कहा कि नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता. ऐसा इसलिए हो सकता है कि मैंने इससे पहले टी20 में कभी दौड़कर इतने रन नहीं लिये हैं. भारत ने रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान को भले ही हरा दिया हो लेकिन सिडनी क्रिकेट मैदान पर नेट सत्र के दो घंटे में विराट कोहली, रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, दिनेश कार्तिक, ऋषभ पंत, दीपक हुड्डा ने जमकर पसीना बहाया. राहुल को लेकर सबसे बड़ी शिकायत यह है कि वह बड़े मैचों में बल्ले से टीम को योगदान नहीं दे पा रहे हैं. पाकिस्तान के खिलाफ पिछले चार में से वह तीन मैचों में रन बनाने में विफल रहे.
बल्ले का अगला हिस्सा शरीर की ओर मुड़ जा रहा था:
ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखला के दौरान शानदार लय में रहने वाले राहुल इस मैच में दबाव में दिखे. इस अभ्यास के दौरान राहुल को ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर अभ्यास कराया गया. राहुल के बल्लेबाजी अभ्यास के दौरान मोहम्मद सिराज, शारदुल ठाकुर और हर्षल पटेल को लगातार ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करने के लिए कहा गया. वह इस दौरान बहुत सहज नहीं दिखे और बार-बार उनके बल्ले का अगला हिस्सा शरीर की ओर मुड़ जा रहा था. सोर्स-भाषा