सरकार के NPA कम करने के प्रयासों के नतीजे दिखने लगे, सरकारी बैंकों का मुनाफा बढ़ा- निर्मला सीतारमण

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि फंसे कर्ज यानी गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) को कम करने के सरकार के प्रयासों के परिणाम अब दिखने लगे हैं.

उन्होंने कहा सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में सामूहिक रूप से 50 प्रतिशत बढ़कर 25,685 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं, 2022-23 की पहले छमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकों का शुद्ध लाभ 32 प्रतिशत उछलकर 40,991 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.

सरकार के निरंतर प्रयास अब ठोस परिणाम दिखा रहे:
सीतारमण ने ट्वीट किया कि एनपीए को कम करने और पीएसबी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने के लिए सरकार के निरंतर प्रयास अब ठोस परिणाम दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी 12 सरकारी बैंकों का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बढ़कर 25,685 करोड़ रुपये और पहली छमाही में बढ़कर 40,991 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इसमें सालाना आधार पर क्रमश: 50 प्रतिशत और 31.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

उन्होंने कहा कि केनरा बैंक का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में आलोच्य तिमाही में 89 प्रतिशत बढ़कर 2,525 करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि कोलकाता स्थित यूको बैंक का शुद्ध लाभ भी चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 145 प्रतिशत बढ़कर 504 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध मुनाफा आलोच्य तिमाही में 58.70 प्रतिशत बढ़कर 3,312.42 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.

मुनाफा दूसरी तिमाही में 13 से 145 प्रतिशत बढ़ा:
सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों में से दो. पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) का मुनाफा नौ से 63 प्रतिशत घटा है. डूबे कर्ज के लिए ऊंचे प्रावधान की वजह से इन बैंकों के मुनाफे में कमी आई है. वहीं 10 अन्य बैंकों का मुनाफा दूसरी तिमाही में 13 से 145 प्रतिशत बढ़ा है. यूको बैंक के मुनाफे में सबसे अधिक 145 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र का तिमाही लाभ 103 प्रतिशत चढ़ा है. सोर्स-भाषा