जयपुर: हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद राजस्थान क्रिकेट संघ ने अपने चुनावों की नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है. एक दिसंबर को आरसीए कार्यकारिणी की मीटिंग होगी, जिसमें चुनाव की नई तारीख का एलान किया जाएगा. माना जा रहा है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह आरसीए के चुनाव हो जाएंगे. वैभव गहलोत का एक बार फिर से अध्यक्ष बनना तय है. कहते है बिना कोर्ट में जाने की पंरपरा पूरी हुए बिना राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव नहीं होते. इस बार भी चुनाव एक बार हाईकोर्ट में अपील के चलते अटक गए थे, लेकिन अब राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव कराने पर लगी रोक राजस्थान हाईकोर्ट ने हटा दी है. चार जिला क्रिकेट संघों की याचिका को हाईकोर्ट ने निस्तारित कर दिया है. पहले नियुक्त चुनाव अधिकारी रामलुभाया की नियुक्ति को लेकर आपत्त्ति की गई थी, इस बीच खुद रामलुभाया ने ही चुनाव अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था.
अब देश के पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर सुनील अरोड़ा ही RCA के चुनाव कराएंगे. हालांकि आरसीए चुनाव की पूरी प्रक्रिया नए सिरे से होगी. अब RCA ने एक दिसंबर को कार्यकारिणी की बैठक बुला ली है. इस बैठक में चुनाव की तारीख तय हो जाएगी. हालांकि चुनाव का विस्तृत कार्यक्रम चुनाव अधिकारी सुनील अरोड़ा ही जारी करेंगे. नियमानुसार चुनाव के लिए कम से कम 21 दिन का नोटिस जारी होना जरूरी है. ऐसे में माना जा रहा है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह में आरसीए के चुनाव हो सकते है.
नए सिरे से चुनाव होने का मतलब साफ है कि वोटर लिस्ट भी फिर से फाइनल होगी. चुनाव अधिकारी अपने नोटिफिकेशन के तहत दोबारा से आपत्तियां आमंत्रित करेंगे. आपत्तियां आने पर सुनवाई के बाद ही वे चुनाव की वोटर लिस्ट फाइनल करेंगे. कुछ जिला संघों में विवाद की स्थिति है, ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि वोटर लिस्ट को लेकर फिर से माथापच्ची होगी. लेकिन लगता है कि जो सूची पिछले चुनाव अधिकारी रामलुभाया ने जारी की थी, संभवतया वही वोटर लिस्ट फिर से फाइनल हो जाएगी.
RCA चुनाव में 36 वोटर्स की लिस्ट थी. अजमेर से राजेश भडाना, अलवर से पवन गोयल, बांसवाड़ा से मनीष देव जोशी, बारां से अभिनव जैन, बाड़मेर से देवाराम चौधरी, भरतपुर से शत्रुघ्न तिवाड़ी, भीलवाड़ा से रामपाल शर्मा, बीकानेर से रतन सिंह, बूंदी से राजकुमार माथुर, चित्तौड़गढ़ से शक्ति सिंह, चुरू से सुशील शर्मा, दौसा से प्रदीप नागर, धौलपुर से सोमेंद्र तिवाड़ी, डूंगरपुर से सुशील जैन, हनुमानगढ़ से मनीष धारनिया, जयपुर से अमितराज, जैसलमेर से विमल शर्मा, जालौर से सतीश व्यास, झालावाड़ से फारुख, झुंझुनूं से राजेंद्र राठौड़, जोधपुर से शैतान सिंह, करौली से शिवचरण माली, कोटा से अमीन पठान, नागौर से राजेंद्र नांदू, पाली से धर्मवीर, प्रतापगढ़ से चंद्रेश आंजना, राजसमंद से गिरिराज सनाढ्य, सवाई माधोपुर से सुमित गर्ग, सीकर से सुभाष जोशी , सिरोही से संयम लोढा, श्रीगंगानगर से विनोद सहारण, टोंक से विवेक व्यास और उदयपुर से महेंद्र शर्मा के नाम के साथ ही तीन पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेट प्लेयर्स में सलीम दुर्रानी, गगन खोड़ा और पंकज सिंह शामिल थे.
आरसीए के चुनाव पहले 30 सितम्बर को होने थे, लेकिन 29 सितम्बर को अचानक रोक लग गई. नांदू गुट की ओर से भी सुनवाई के दौरान रामलुभाया के खिलाफ कोर्ट में कहा गया कि रामलुभाया को राजस्थान सरकार ने लाभ का पद दिया है. क्योंकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव RCA का चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में पूरी संभावना है कि राम लुभाया मुख्यमंत्री के बेटे को फायदा पहुंचा सकते हैं. इसलिए निष्पक्ष चुनाव अधिकारी बनाए जाने तक चुनाव स्थगित करने चाहिए. इसके बाद कोर्ट ने 30 सितम्बर को होने वाले RCA चुनाव से एक दिन पहले 29 सितम्बर को नांदू गुट के पक्ष में आदेश देते हुए चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी. जब कोर्ट ने रोक लगाई थी, तब तक नामांकन हो चुके थे.
वैभव गुट की तरफ से अध्यक्ष पद पर वैभव गहलोत, उपाध्यक्ष पद पर राजेश भडाना, सतीश व्यास व रतन सिंह, सचिव पद पर भवानी सामोता, कोषाध्यक्ष पर रामपाल शर्मा, संयुक्त सचिव पर सतीश व्यास व राजेश भडाना तथा कार्यकारिणी सदस्य पर फारूख अहमद ने नामांकन दाखिल किया था. वहीं विपक्षी गुट की तरफ से अध्यक्ष पर धनंजय सिंह व मुकेश शाह ने उपाध्यक्ष पद पर धनंजय सिंह व मुकेश शाह ने, सचिव पद पर राजेन्द्र सिंह नांदू ने कोषाध्यक्ष पद पर विनोद सहारण, संयुक्त सचिव पद पर अरुण सिंह ने नामांकन दाखिल किया था. अगर अंतिम समय पर रणनीति नहीं बदली, तो वैभव गहलोत ग्रुप की तरफ से पहले वाला पैनल ही मैदान में उतरेगा.