देहरादून: उत्तरकाशी जिले में द्रौपदी का डांडा-2 शिखर पर 17,000 फुट की ऊंचाई पर भीषण हिमस्खलन की चपेट में आने से मामूली रूप से घायल हुए छह पर्वतारोहियों को बुधवार को ‘हेलीपैड’ पर लाया गया.
अंधेरे और खराब मौसम के कारण मंगलवार को बचाव अभियान रोकना पड़ा था जो बुधवार को फिर शुरू किया गया. हिमस्खलन मंगलवार को उस समय हुआ जब पर्वतारोहियों के 41 सदस्यों का एक दल शिखर से वापस लौट रहा था. दल में उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के 28 प्रशिक्षु पर्वतारोही भी शामिल हैं.
उन्हें प्राथमिक उपचार दिया जा रहा:
उत्तराखंड पुलिस की ओर से जारी सूची के अनुसार, ये प्रशिक्षु पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम, हरियाणा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के हैं. एक अधिकारी ने यहां बताया कि छह पर्वतारोहियों को मतली हेलीपैड लाया गया, जिन्हें मामूली चोटें आई हैं. उन्हें प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है.
हेलीकॉप्टर से डोकरानी ग्लेशियर भेजा गया:
लापता पर्वतारोहियों की तलाश में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के चार जवानों को चीता और एएलएच हेलीकॉप्टर से डोकरानी ग्लेशियर भेजा गया और बुधवार को खोज एवं बचाव अभियान फिर से शुरू किया गया. निम के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट के अनुसार, मंगलवार को 10 शव देखे गए थे, जिनमें से चार को निकाल लिया गया है. सोर्स-भाषा