T20 WorldCup: चोट से उबरने के दौरान अच्छी और बुरी चीजों को सकारात्मकता से लेने से हार्दिक को मिली दद

T20 WorldCup: चोट से उबरने के दौरान अच्छी और बुरी चीजों को सकारात्मकता से लेने से हार्दिक को मिली दद

नई दिल्ली: भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने कहा है कि जीवन में सभी चीजों के प्रति सकारात्मक रवैया अपनाने और चोटों से उबरने के दौरान परिवार के सदस्यों से समर्थन से उन्हें टी20 विश्व कप से पहले अपनी सर्वश्रेष्ठ लय हासिल करने में मदद मिली.

ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में अगर भारत को अच्छा प्रदर्शन करना है तो इसमें संभवत: हार्दिक की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. भारत अपने अभियान की शुरुआत रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ करेगा. ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने से पहले 29 साल के हार्दिक ने अपने परिवार द्वारा निभाई गई महत्पूर्ण भूमिका पर बात की.

18 महीने में अपनी फिटनेस पर काफी काम किया:
हार्दिक ने पिछले 18 महीने में अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है. इससे पहले वह चोटिल होने के कारण लंबे समय तक गेंदबाजी नहीं कर पाए थे. वह अब भारत के लिए नियमित रूप से गेंदबाजी कर रहे हैं जिससे टीम का संतुलन बेहतर हुआ है. हार्दिक ने ‘राइज वर्ल्डवाइड’ से कहा कि जीवन में सभी चीजों को सकारात्मक रूप से लेने और बेसिक्स पर चलने से काफी मदद मिली क्योंकि इससे मेरे जीवन में शांति आई कि हमेशा सकारात्मक पक्ष को देखना है.

मेरे चारों तरफ सकारात्मकता रही:
उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि अच्छे और बुरे दिन आएंगे लेकिन कड़ी मेहनत करने से सकारात्मकता आती है जिससे मेरा मनोबल बढ़ता है और सब कुछ झोंकने का आत्मविश्वास आता है. और हमेशा अपने परिवार का समर्थन मिलने से मैं पूरा ध्यान केंद्रित कर पाया और मेरे चारों तरफ सकारात्मकता रही.

पूर्ण फिटनेस हासिल करने के बाद से हार्दिक के लिए यह साल काफी सफल रहा है. इंडियन प्रीमियर लीग में उनकी अगुआई में गजरात टाइटंस ने खिताब जीता और इसके बाद वह टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में भारत के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे जबकि गेंदबाजी में भी प्रभावित किया. हार्दिक ने पिछले एक साल के समय में अच्छे प्रदर्शन का श्रेय अपने परिवार को भी दिया.

मुझे मेरी दिनचर्या बरकरार रखने दी:
उन्होंने कहा कि इस बार अंतर यह था कि मेरे परिवार ने बड़ी भूमिका निभाई क्योंकि उन्होंने मुझे वही रहने दिया जो मैं हूं. श्रेय नताशा, अगस्त्य और कृणाल को जाता है- उन्होंने मुझे मेरी दिनचर्या बरकरार रखने दी और सुनिश्चित किया कि मुझे सिर्फ अपने ऊपर ध्यान देना है और खुद को प्राथमिकता देनी है. हार्दिक ने कहा कि और इसके कारण काफी चीजें समझने में सफल रहा जो पिछले कुछ वर्षों में मैं खेलने के दौरान भूल गया था क्योंकि कुछ चीजें होती हैं जो आप लिखते नहीं हैं, वो बस हो जाती हैं. सोर्स-भाषा