जयपुर: प्रदेश में मानसून की बम्पर बारिश के बाद कृषि विभाग ने रबी सीजन 2024-25 की तैयारियों में जुट गया है. रबी सीजन में फसल प्रदर्शन लगाने को लेकर कृषि आयुक्तालय ने सभी जिलों के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. उधर, किसान भी बारिश से खुश नजर आ रहा है.
प्रदेश में मानसून की मेहर का ही असर है कि रबी सीजन के लिए भरपूर पानी का इंतजाम हो गया है. इसके चलते कृषि विभाग रबी फसलों का रकबा बढ़ाने की तैयारी में है. उधर, लाखों किसान भी तय कर रहे हैं कि रबी के दौरान चना, सरसों और गेहूं का रकबा बढ़ाकर अच्छी फसल करें ताकि मुनाफा ज्यादा हो सके और खरीफ के दौरान अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई की जा सके.
कृषि विभाग ने यह किया है तय
- फसल प्रदर्शन में महिला किसानों का 30% लक्ष्य रखा गया
- प्रदेश में गेहूं, चना, सरसों और मोटा अनाज की फसल का होगा प्रदर्शन
- चने का 47 हजार हैक्टेयर में होगा प्रदर्शन
- किसान को बेहतर व गुणवत्ता परक खाद बीज व कीटनाशक मिलेंगे
- कृषि आदान सूक्ष्म पोषक तत्व में बीज के प्रत्येक बैच का लेंगे सैम्पल
- सैंपल के अमानक मिला तो प्रदेश में संबंधित आदान की सप्लाई रोकी जाएगी
- सप्लाई के लिए संयुक्त निदेशक कृषि को दी गई जिम्मेदारी
मिशन ऑन एडिबल ऑयल तिलहन, दलहन, मोटा अनाज व राज्य योजना के तहत फसल प्रदर्शन लगाने के लिए प्रत्येक जिले में जनसंख्या के अनुसार लक्ष्य आवंटन की सूचना मांगी गई है. बड़ी बात तो यह है कि प्रत्येक जिले में फसल प्रदर्शन लगाने के लिए महिला किसानों का 30 प्रतिशत लक्ष्य रखा जाएगा. फसल प्रदर्शन के दौरान किसानों को बेहतर व गुणवत्ता परक खाद-बीज व कीटनाशी मिले इसके लिए विभागीय योजना में सप्लाई होने वाले कृषि आदान, सूक्ष्म पोषक तत्व, व बीज के प्रत्येक बैच का सैम्पल लिया जाएगा. जांच में किसी भी सैंपल के अमानक मिलने पर पूरे प्रदेश में संबंधित आदान की सप्लाई रोक दी जाएगी. किसानों को खाद-बीज के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़े इसके लिए संबंधित जिले के संयुक्त निदेशक कृषि को जिम्मेदारी दी गई है. फसल प्रदर्शन में प्रयुक्त होने वाले खाद-बीज की सप्लाई और गुणवत्ता बनाए रखने व सभी प्रदर्शन में बीज की बुवाई से पूर्व भूमि उपचार व सूक्ष्म पोषक तत्व के उपयोग की जिम्मेदारी भी रहेगी.
किस फसल का कितने हैक्टेयर में प्रदर्शन
फसल-------------प्रदर्शन हैक्टेयर---------वित्तीय प्रावधान
सरसों-------------55 हजार-----------------1650 लाख रुपए
चना---------------47 हजार----------------4230 लाख रुपए
मोटा अनाज------ 7 हजार-------------------420 लाख रुपए
गेहूं-----------------4800---------------------360 लाख रुपए
अलसी--------------एक हजार---------------30 लाख रुपए
प्रदेश में रबी सीजन के लिए तैयारी शुरू हो गई और इस बार भी सरसों और चने के प्रदर्शन पर ज्यादा जोर रहेगा. बतादें कि प्रदेशभर में 55 हजार हैक्टेयर में सरसों और 47 हजार हैक्टेयर में चने का प्रदर्शन होगा. प्रत्येक किसान किसान को एक हैक्टेयर के लिए बीज, उर्वरक और अन्य आदान सब्सिडी पर उपलब्ध करवाए जाएंगे. देखने वाली बात तो यह रहेगी कि जिन सूखे जिलों में बारिश के चलते पानी की अच्छी आवक हुई है, वहां रबी सीजन के दौरान कितनी खेती हो पाती है और किसान को कितना लाभ मिलता है.