जयपुरः भजनलाल सरकार के सादगी और मितव्ययता की ओर बढ़ते कदम नजर आ रहे है. सीएस सुधांश पंत के दिशा-निर्देशों के साथ इसकी ओर कदम बढ़े. इसके बाद अब राजकीय दौरों में यथासंभव होटल के बजाय अफसर राजकीय परिसंपत्तियों पर रुकेंगे. CS के निर्देश अनुसार बैठक, कार्यशाला, ट्रेनिंग के लिए भी यथासंभव सरकारी सभागारों में करेंगे.
इसके साथ ही खास बात ये है कि सरकारी बैठकों में उच्चाधिकारियों को बुके देने की परंपरा पर भी रोक लगाने के निर्देश है. इससे न सिर्फ सरकार की उभरेगी सादगी वाली छवि बल्कि बुके, महंगे होटल या निजी सभागारों में अनावश्यक भारी भरकम खर्च भी कम होगा.
बैठकों में पहले ही हेल्थी स्नेक्स के तौर पर भुने चने, मखाने देना शुरू हो चुका है. इससे विलासिता और चकाचौंध के बजाय सादगी भरी सरकारी मशीनरी की छवि उभरेगीय. इसके पीछे यह सोच है कि इस छवि के साथ ब्यूरोक्रेसी अधिक आम आदमी केंद्रित काम कर सकेगी.