राहुल गांधी बोले- ‘भारत जोड़ो यात्रा’ भय और नफरत के खिलाफ है

राहुल गांधी बोले- ‘भारत जोड़ो यात्रा’ भय और नफरत के खिलाफ है

कुरुक्षेत्र: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ समाज में फैलाई जा रही नफरत और भय के साथ-साथ बेरोजगारी एवं महंगाई के खिलाफ है. गांधी ने यात्रा को लेकर कहा, ‘‘हम इसे ‘तपस्या’ के रूप में देख रहे हैं.’’ उन्होंने सलाह दी कि पैदल मार्च तपस्या और आत्म-चिंतन के लिए है. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस 'तपस्या' में विश्वास करती है जबकि भाजपा 'पूजा' का संगठन है. कांग्रेस मे पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा और आरएसएस 'तपस्या' का सम्मान नहीं करते हैं, बल्कि वे चाहते हैं कि उनकी 'पूजा' करने वाले लोगों का ही सम्मान हो. गांधी ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य लोगों को देश की सच्ची आवाज सुनाना है. एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, 'एक बात जो मैंने समझी है वह यह है कि यह लड़ाई असल में राजनीतिक नहीं है, सतही तौर पर यह राजनीतिक लड़ाई है. जब हम बसपा या टीआरएस से लड़ते हैं तो यह राजनीतिक मुकाबला होता है. लेकिन देश में बदलाव आया है.’’

उन्होंने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जिस दिन आरएसएस ने इस देश की संस्थाओं को नियंत्रित किया, लड़ाई राजनीतिक नहीं रही. अब यह एक अलग लड़ाई बन गई है. आप इसे विचारधारा की लड़ाई कह सकते हैं, धर्म की लड़ाई कह सकते हैं, या आप इसे कोई रूपरेखा दे सकते हैं, लेकिन यह राजनीतिक लड़ाई नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि यदि आप कांग्रेस पार्टी के इतिहास को देखें, तो आपने (संवाददाता) कहा है कि कार्यकर्ताओं में एक ऊर्जा है. यह 'तपस्या' से बना एक संगठन है. उन्होंने दावा किया, 'भाजपा पूजा का संगठन है.' उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस दोनों चाहते हैं कि लोग उनकी 'पूजा' करें. आरएसएस चाहता है कि उनकी जबरन पूजा की जाए. (पीएम नरेंद्र) मोदी जी यही चाहते हैं, इसलिए वह आपसे (मीडिया) नहीं मिलते कि उनकी जबरन पूजा की जाए और देश के सभी लोग उनकी पूजा करें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जवाब केवल यही है कि यह 'तपस्या' है, बाकी कुछ नहीं. गांधी ने कहा कि इसलिए यह यात्रा सफल है, क्योंकि न केवल कांग्रेस या एक व्यक्ति 'तपस्या' कर रहा है, बल्कि लाखों लोग 'तपस्या' कर रहे हैं, यही यात्रा का संदेश है. उन्होंने कहा कि तपस्या, हुनर और काम का सम्मान होना चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा और आरएसएस का कहना है कि 'तपस्या' का सम्मान नहीं होना चाहिए और जो लोग उनकी 'पूजा' (पूजा) करते हैं, केवल उनका सम्मान होना चाहिए. क्या नोटबंदी ने गरीबों की 'तपस्या' का सम्मान किया? हरगिज नहीं. यह 'तपस्या' पर हमला था. गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस धन का उपयोग कर, संस्थानों पर कब्जा कर और लोगों को डरा-धमकाकर देश को 'जबरन पूजा' की ओर ले जा रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने किसानों की 'दुर्दशा' के मुद्दे पर भी भाजपा नीत केंद्र सराकर पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक किसान को हर तरफ से घेरा जा रहा है." उन्होंने कहा कि किसान ईंधन और यूरिया की कीमतों से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि देश की रीढ़ ‘किसानों’ पर हमला किया जा रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि उनके नेतृत्व में जारी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को देश में हर जगह लोगों की शानदार प्रतिक्रिया मिली है. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पदयात्रा भय और नफरत के खिलाफ है, जो समाज में फैलाई जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह यात्रा बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ भी है. राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का एक मकसद यह भी है कि लोग देश की वास्तविक आवाज सुनें.

कुरुक्षेत्र के नजदीक समाना में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा को हर जगह शानदार प्रतिक्रिया मिली है. तमिलनाडु के कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकाली जा रही यह यात्रा इस समय हरियाणा से गुजर रही है. इस बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा कि उन्होंने इस यात्रा के दौरान बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने कहा, ‘‘देश के दिल में क्या है वह सीधे तौर पर लोगों से संवाद कर सुनने को मिला. यात्रा को हरियाणा में बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. यह प्रतिक्रिया ऊर्जा और उत्साह से लवरेज है. यात्रा के आलोचकों पर हमला करते हुए गांधी ने कहा कि जब इसकी शुरुआत हुई थी ‘‘ तब लोगों ने कहा था कि जो प्रतिक्रिया केरल में मिली, वैसी प्रतिक्रिया कर्नाटक में नहीं मिलेगी, जहां पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है; लेकिन हमें उससे (केरल) भी अच्छी प्रतिक्रिया वहां (कर्नाटक) मिली. फिर जब यात्रा महाराष्ट्र पहुंची तो लोगों ने कहा कि जिस तरह का उत्साह दक्षिण भारत में देखने को मिला वह इस पश्चिमी राज्य में नहीं देखने को मिलेगा. जब हम महाराष्ट्र पहुंचे तो दक्षिण से भी बेहतर प्रतिक्रिया मिली.’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘तब कहा गया कि यात्रा जब हिंदी भाषी क्षेत्रों से गुजरेगी तब लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलेगी, लेकिन मध्य प्रदेश में पहले से भी अच्छा माहौल मिला. 

जब हम हरियाणा पहुंचे तो कहा गया कि यह भाजपा शासित राज्य है, लेकिन यहां मिली प्रतिक्रिया शानदार रही. हम जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं, लोगों का समर्थन बढ़ रहा है. एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, ‘‘भारत की आवाज को दबाया जा रहा है और नफरत व भय फैलाया जा रहा है. एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ, एक धर्म को दूसरे धर्म के खिलाफ किया जा रहा है और यह यात्रा इसके खिलाफ है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम अपने देश से, लोगों से, किसानों से और गरीबों से प्यार करते हैं और हम उनके साथ चलना चाहते हैं. इसलिए इस यात्रा का उद्देश्य इस देश के लोगों की वास्तविक आवाज को भी सुनना है.’ उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक असमानता है और धन, मीडिया और अन्य संस्थानों को कुछ लोगों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है. गांधी ने कहा कि यह यात्रा बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ है. सोर्स- भाषा