मुंबई, 7 नवंबर: “बहरूपिया” भास्कर विश्वनाथन द्वारा निर्देशित एक सम्मोहक लघु फ़िल्म है, जिसका चयन भारत के सबसे प्रतिष्ठित फ़िल्म फेस्टिवल “इंटरनेशन फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया” के इण्डियन पैनोरमा में हुआ है जो हर साल गोवा में आयोजित किया जाता है। फेस्टिवल का आयोजन इस साल भी 20 से 28 नवंबर के बीच गोवा में होने वाला है।
“बहरूपिया” फ़िल्म एक बहरूपिया की कहानी है, जो सिनेमा के कलाकारों की नक़ल करके लोगों का मनोरंजन करता है और अपना जीवन यापन चालाता है। यह फ़िल्म जीवंत तरीक़े से ना सिर्फ़ बहरूपिया के जीवन संघर्षों को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह से बिहार में गाँव गाँव घूम ये लोगों का मनोरंजन करता है और उनको प्रेरित करता है।
इस मार्मिक कहानी के मार्गदर्शक भास्कर विश्वनाथन, बिहार के नवादा ज़िले के एक छोटे से गाँव से संबंध रखते हैं। इस स्वशिक्षित फ़िल्मकार ने अपने जी जान को लगा कर इस शानदार कृति की रचना की है, जिसे आज विश्व पटल पर मान्यता और प्रशंसा मिल रही है। “बहरूपिया” के बाद भास्कर अपनी फीचर फ़िल्म “अटेम्प्ट वन” के साथ भी तैयार हैं जिसके जल्द की देश विदेश के कुछ प्रतिष्ठित फ़िल्म फ़ेस्टीवलों में दिखाए जाने की संभावना है।
“बहरूपिया” पर्दे पर ना सिर्फ़ मनोरम दृश्यों को प्रदर्शित करता है, बल्कि दर्शकों को भावनात्मक तरीक़े बहरूपिया के उस संसार में खींच कर पहुँचा देता है जहां से इस कहानी की जड़ें शुरू होती हैं और छोटे छोटे गाँव क़स्बों में इस तरह के कलाकारों का क्या महत्व है इस बात को बड़ी हीं आसानी से दिल ओ दिमाग़ तक पहुँचा पाती है। एक छोटे से गाँव से अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल के मंच तक का ये सफ़र भास्कर के समर्पण और प्रतिभा का परिचय देता है।