जयपुर: राईट टू हेल्थ बिल को लेकर निजी चिकित्सकों और सरकार के बीच गतिरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. सरकार की तरफ से दोपहर तीन बजे सचिवालय में डॉक्टर्स के दस प्रतिनिधिमंडल सदस्यों के साथ एक वार्ता बुलाई. मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में ACS फाइनेंस अखिल अरोड़ा, प्रमुख चिकित्सा शिक्षा सचिव टी रविकांत, सचिव (वित्त) नरेश ठकराल,जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित,
चिकित्सा संयुक्त शासन सचिव निमिषा गुप्ता समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे लेकिन बैठक शुरू होते ही खत्म होती हुई नजर आयी और डॉक्टर्स बैठक से बाहर आ गए. इसके बाद एक बार फिर इस वार्ता का दौर शुरू किया गया लेकिन महज दस मिनट के अंदर डॉक्टर्स बैठक से ये कहकर बाहर आ गए कि हमें बिल की खामियां नहीं बतानी है. सिर्फ इतना कहना है कि RTH को वापस लिया जाए. बैठक के विफल होने के बाद डॉक्टर्स का डेलीगेशन वापस JMA लौटा और मीडिया से बातचीत में कहा कि हम सरकार से वार्ता करने नहीं गए थे बल्कि अपना साफ मैसेज देने गए थे. हमारी मांग साफ है कि बिल को सिर्फ और सिर्फ वापस लिया जाए. आंदोलन को लीड कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि हम सिर्फ मुख्यमंत्री के स्तर पर अब वार्ता करना चाहते है क्योंकि फैसला लेने का अधिकार सिर्फ उन्हें है. इससे पहले बिल के विरोध में डाक्टर्स ने JMA में सुंदरकांड, हम6 चालीसा का पाठ किया और एक छोटी कार रैली भी जेएलएन मार्ग पर निकाली. बहरहाल, RTH बिल के विरोध में सोमवार को डॉक्टर्स ने एक बड़ी रैली बुलाई है जिसमें करीब 20 हजार से ज्यादा डाक्टर्स व अन्य मेडिकोज के शामिल होने का दावा किया जा है. रैली सोमवार सुबह 11 बजे आरडी होस्टल से शुरू होगी. आंदोलन को आईएमए दिल्ली से भी इसको समर्थन प्राप्त हुआ है और उनके आह्वान पर पूरे देश में कल चिकित्सा जगत में काला दिवस मनाया जायेगा.
राइट टू हेल्थ बिल को लेकर बडी खबर
सरकार और डॉक्टर्स के बीच बेनतीजा रही वार्ता
वार्ता के बाद डॉक्टर्स प्रतिनिधिमंडल की प्रेस कॉन्फ्रेंस
Dr अशोक शारदा ने कहा, हमने हाथ जोड़कर बताया NO to RTH,
कल बीस हज़ार से ज्यादा डॉक्टर्स जयपुर में,
क्षेत्र में हो रही दिक्कतों को लेकर हम जनता से क्षमा मांगते हैं
मरीजों की परेशानी का हल सरकार के पास है
राइट टू हेल्थ बिल से जुड़े आंदोलन की खबर
सरकार और डॉक्टर्स के बीच वार्ता रही विफल
डॉक्टर्स प्रतिनिधिमंडल की प्रेस वार्ता,
Dr अशोक शारदा ने कहा,राइट टू हैल्थ बिल वापस लिया जाए
हम नहीं चाहते है राइट टू हैल्थ बिल,
सरकार बिल में कमियां,खामियों को लेकर पूछती रही
बिल को लेकर समाज में भ्रम फैलाया गया
पहले बिल वापस लिया जाए, फिर खामियां बताएंगे
राइट टू हेल्थ बिल पर रार बरकरार
सरकार और डॉक्टर्स के बीच वार्ता विफल
वार्ता के बाद डॉक्टर्स प्रतिनिधिमंडल की प्रेस वार्ता,
Dr विजय कपूर ने कहा, हम वार्ता के लिए नहीं गए थे,
हम सिर्फ़ बिल वापस लेने का मैसेज देने गए थे,
RTH बिल असंवैधानिक है,
हम सीएम के अलावा किसी से बात नहीं करेंगे,
हमारा स्टैंड क्लियर है, बिल वापस हो,
सरकार के नुमाइंदों को चेतावनी दी है,
बिल वापस लो, वरना ऐसा आन्दोलन होगा
जो पहले कभी नहीं हुआ होगा