दावणगेरे : भाजपा के वरिष्ठ नेता बी.एस. येदियुरप्पा ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को चेतावनी दी कि यदि वह विधानमंडल सत्र से पहले पांच चुनावी गारंटी को लागू करने में विफल रहती है, तो उनकी पार्टी विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगह ‘सत्याग्रह’ (विरोध प्रदर्शन) करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर वादे पूरे नहीं कर सकती तो सत्ता छोड़ दे.
पूर्व मुख्यमंत्री करेंगे बेंगलुरु में विधान सौध के सामने प्रदर्शन:
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भी बेंगलुरु में 'विधान सौध' (बेंगलुरु स्थित राज्य विधानसभा और सचिवालय) के सामने प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने राज्य की 'अन्न भाग्य' योजना के लिए चावल की आपूर्ति के संबंध में केंद्र पर 'अनावश्यक रूप से आरोप लगाने' के लिए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उनकी सरकार पर हमला किया और इसे 'अक्षम्य अपराध' तथा 'लोगों के साथ विश्वासघात' करार दिया. येदियुरप्पा ने कहा कि जानबूझकर, सिद्धरमैया (मुख्यमंत्री) और शिवकुमार (उपमुख्यमंत्री) द्वारा चावल के संबंध में केंद्र पर उंगली उठाने का प्रयास किया जा रहा है. केंद्र सरकार पहले से ही पांच किलो चावल मुफ्त दे रही है. यदि वे अतिरिक्त मात्रा में चावल देना चाहते हैं, तो राज्य सरकार को चावल खरीदकर इसकी आपूर्ति की व्यवस्था करनी चाहिए; इसके बजाय वे झूठे वादे कर रहे हैं.
नई सरकार करेगी नया बजट भी पेश:
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस ने पांच चुनावी वादे किए थे उनमें से केवल महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा योजना शुरू की गई है और इसमें भी कई अड़चनें हैं. उन्होंने कहा कि यदि विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले अन्य चार गारंटी लागू नहीं की गईं तो हमारे लिए सदन (विधानसभा) के अंदर और बाहर ‘सत्याग्रह’ करना अपरिहार्य होगा. मैं विधान सौध के सामने धरना देने के लिए भी तैयार हूं. इसलिए उन्हें (कांग्रेस) तुरंत अपने चुनावी वादे पूरे करने चाहिए. विधानमंडल सत्र तीन से 14 जुलाई तक निर्धारित है, जिसमें नई सरकार एक नया बजट भी पेश करेगी. सोर्स भाषा