नोएडा: उत्तर प्रदेश में नोएडा पुलिस का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है. पुलिस वालों ने एक कैंसर पीड़ित को अकारण हवालात में गैर-कानूनी तरीके से बंद रखा तथा उसके साथ मारपीट की. अदालत के हस्तक्षेप पर इस मामले में चार पुलिसकर्मियों समेत आठ व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
एक पुलिस प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-ओमिक्रॉन-प्रथम में ‘गौर अतुल्यम’ अपार्टमेंट के निवासी शशांक सिंह (34) ने अदालत के आदेश पर बीती रात को दादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. प्रवक्ता ने बताया कि सिंह ने अपनी सोसाइटी के सिक्योरिटी मैनेजर मोहित कुमार तथा दादरी थाने में तैनात उपनिरीक्षक अनूप दीक्षित, तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों और तीन सुरक्षा गार्ड को आरोपी बनाया है. प्रवक्ता ने शिकायतकर्ता के हवाले से बताया कि इस वर्ष 21 फरवरी को वह अपनी सोसाइटी के पास बने मार्केट में अपने दोस्त चेतन शर्मा की कार में बैठकर इंतजार कर रहे थे, तभी सिक्योरिटी मैनेजर मोहित अपने तीन-चार अन्य सुरक्षा गार्ड के साथ वहां पर आया तथा कार खड़ी करने को लेकर उनके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी.
पीड़ित के अनुसार, आरोपी ने अजायबपुर पुलिस चौकी पर तैनात उपनिरीक्षक अनूप दीक्षित एवं तीन चार पुलिसकर्मियों को बुलाया और इन पुलिसकर्मियों ने भी उनके साथ बदसलूकी की तथा उनकी कोई बात सुने बिना उन्हें और उनके दोस्त को पकड़कर थाने ले गए. पीड़ित का आरोप है कि पुलिस वालों ने उनके साथ जमकर मारपीट की, जिसकी वजह से उसके कान का पर्दा फट गया, उनका मोबाइल फोन भी जबरन छीन लिया गया. प्रवक्ता ने बताया कि पीड़ित ‘ब्लड कैंसर’ का मरीज है. उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. सोर्स- भाषा