बेंगलुरु: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने कहा कि उन्होंने एथलेटिक्स की बजाय क्रिकेट को इसलिए चुना ताकि वह अपने लिए किसी बुरे दिन पर भी साथी खिलाड़ियों की सफलता का लुत्फ उठा सकें.
ऑस्ट्रेलिया का यह तेज गेंदबाज एड़ी की चोट से उबर रहा है और उनके अप्रैल के चौथे सप्ताह में अपनी आईपीएल फ्रेंचाइजी के लिए उपलब्ध रहने की संभावना है. अपने स्कूली दिनों में हेजलवुड को भाला फेंक में दिलचस्पी थी लेकिन आखिर में वह क्रिकेट से जुड़ गए. हेजलवुड ने भाला फेंक पर क्रिकेट को प्राथमिकता दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि क्रिकेट मेरा पहला जुनून था. मैं तब 15 या 16 साल का था जब मुझे लगा कि अब मुझे किस खेल को चुनना है इस पर फैसला करना चाहिए. मैं सर्दियों में खुद को फिट रखने और कुछ समय स्कूल से बाहर बिताने के लिए एथलेटिक्स से जुड़ा था.
टीम में हर किसी की सफलता का लुत्फ उठाना चाहिए:
उन्होंने आरसीबी के पॉडकास्ट में कहा कि व्यक्तिगत खेल काफी मुश्किल होते हैं. मैं उसमें लंबे समय तक नहीं बने रह सकता था. यदि आप टीम खेल में हैं तो फिर आपके लिए दिन अच्छा हो या बुरा आप मैच हार या जीत सकते हो. इसमें आप अपने साथी खिलाड़ियों की सफलता का लुत्फ उठा सकते हो. हेजलवुड ने कहा कि मैंने इतने बरसों में यह सीखा कि केवल अपनी नहीं बल्कि टीम में हर किसी की सफलता का लुत्फ उठाना चाहिए. सोर्स-भाषा