रतनगढ़ (चूरू): कमरे में सिगड़ी जलाकर सो रहे एक ही परिवार के तीन सदस्य काल के ग्रास बन गए. मृतकों में तीन वर्षीय मासूम भी शामिल है. सूचना पर सीआई सुभाष बिजारणिया मय जाप्ता मौके पर पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली.
घटना के अनुसार रतनगढ़ तहसील के गांव गौरीसर निवासी 56 वर्षीय अमरचंद प्रजापत का परिवार खेत में ढाणी बनाकर रहता है. अमरचंद के दो पुत्र राजकुमार व केदार गुजरात में काम करते हैं तथा घर में अमरचंद, उसकी 55 वर्षीय पत्नी सोना देवी, 25 वर्षीय पुत्रवधु गायत्री, पांच वर्षीय पौत्र कमल, ढाई वर्षीय पौत्री तेजस्वनी एवं तीन माह का पौत्र खुशी था. रविवार की रात परिवार के लोग रोज की तरह खाना खाकर सो गए. कमल अपने दादा के साथ बाहर के कमरे में सो गया तथा सोना देवी, गायत्री, तेजस्वनी एवं खुशी अंदर एक कमरे में सो गए.
सर्दी अधिक होने के कारण महिलाओं ने कमरे में सिगड़ी जला ली, जिसके कारण कमरे में सो रहे परिजनों का दम घुट गया तथा सोना देवी, गायत्री एवं तेजस्वनी की मौत हो गई. वहीं तीन माह के बालक को गंभीर हालत में चुरु जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर उसका उपचार चल रहा है. घटना के बाद घर में कोहराम मच गया तथा मौके पर लोगों की भीड़ लग गई.
खिड़की तोड़कर दरवाजा खोला गया, तब जाकर घटना का पता चला:
सूचना पर सीआई सुभाष बिजारणिया, एएसआई हरफूलसिंह सहित पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा तथा घटना की जानकारी ली. पुलिस ने बताया कि जब महिलाएं सुबह नहीं उठी, तो उन्हें आवाज लगाई गई, लेकिन तब भी कोई जबाब नहीं आया, तो आसपास के लोग एकत्रित हो गए तथा खिड़की तोड़कर दरवाजा खोला गया, तब जाकर घटना का पता चला. घटना की गंभीरता को देखते हुए डीवाईएसपी हिमांशु शर्मा भी मौके पर पहुंचे तथा मौका मुआयना किया.