VIDEO: कांग्रेस संगठन में जल्द होंगे अब बड़े बदलाव, AICC में होगी नियुक्तियां, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: यह साल कांग्रेस के लिए बदलाव वाला होगा. एक तो संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव होंगे तो  वहीं दूसरा पार्टी को  दिल्ली में नया मुख्यालय मिल जाएगा. AICC में बदलाव के साथ कईं राज्यों के प्रदेशाध्यक्ष और प्रभारी भी बदले जाएंगे. पिछले दिनों कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में संगठन की मजबूती को लेकर एक अहम प्रस्ताव भी पारित किया गया था. 

आखिरकार अब कांग्रेस में बड़े बदलावों की घड़ी नजदीक आ चुकी है. पिछले दिनों कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में अगले 100 दिनों के भीतर संगठन में नियुक्ति और फेरबदल का अहम प्रस्ताव भी पारित कर दिया गया था. ऐसे में अब संगठन में फेरबदल औऱ नियुक्तियों की सूचियों का काउंटडाउन शुरु हो चुका है. AICC से लेकर राज्यों के संगठनों में यह बदलाव की बयार बहेगी. साथ ही अग्रिम संगठनों,प्रकोष्ठों और विभागों में भी नियुक्तियां होगी. प्रस्ताव के मुताबिक अब संगठन में एक भी खाली पद नही रहेगा.

-कांग्रेस में होंगे बड़े बदलाव-
AICC में अब जल्द होगी नियुक्तियां
अशोक गहलोत,भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा जैसे नेताओं को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
कईं राज्यों के बदले जाएंगे प्रभारी
कईं राज्यों में होगी नए पीसीसी चीफ की नियुक्ति
महाराष्ट्र,उड़ीसा,बिहार,हरियाणा और छत्तीसगढ़ जैसे स्टेट में बनेंगे नए प्रदेशाध्यक्ष
हरियाणा में होगी नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति
बंगाल और हिमाचल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का होगा गठन
नए राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की होगी नियुक्तियां
अग्रिम संगठनों,विभागों और प्रकोष्ठों में भी होंगे बदलाव
राज्यों के प्रदेश संगठन में होगी नियुक्तियां और फेरबदल
निष्क्रिय पदाधिकारियों की होगी छुट्टी

संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बड़े बदलाव का दावा खड़गे महाराष्ट्र हार की समीक्षा बैठक में कर चुके थे. लेकिन बेलगावी की कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के चलते फिर इसे पेंडिंग कर दिया गया. वहीं बदलावों में उदयपुर चिंतन शिविर के फैसलों की पूरी झलक देखने को मिलेगी. जिसके तहत युवाओं को ज्यादा मौके मिलने तय है. इसके अलावा कईं नए चेहरों को भी संगठन में मौका दिया जाएगा.

 

कांग्रेस पार्टी 2025 को संगठन की मजबूती औऱ सशक्तिकरण वाला साल बता रही है. क्योंकि इस साल केवल दिल्ली और बिहार दो राज्यों में ही चुनाव है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी इस वर्ष पूरा फोकस अपने संगठन को खड़ा करने पर रहेगा. अब देखना होगा कि मेहनती,युवा औऱ ऊर्जावान नेताओं को संगठन में लेने के जो बड़े बड़े दावे किए गए है,उस पर शीर्ष लीडरशिप कितना खरा उतरती है.