जयपुर: DGP उमेश मिश्रा ने कहा-प्रो एक्टिव पुलिसिंग से कई तरह के अपराधों में कमी आई. महिला अत्याचार निर्बाध पंजीकरण की पॉलिसी के कारण आंकड़े बढ़े. 2022 के मुकाबले 2023 में जुलाई तक ऐसे अपराधों में कुछ कमी आई. DGP उमेश मिश्रा ने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय बढ़ा. प्रो एक्टिव हो कर कई बड़े अभियान चलाए गए. 45 इनामी बदमाशों को को बीते दिनों पकड़ा है. कमल राणा माफ़िया था उसको भी पुलिस ने पकड़ा. रोहित गोदारा गैंग के सभी सक्रिय सदस्यों को पकड़ा.
DGP उमेश मिश्रा ने कहा कि राजस्थान पुलिस कनविक्शन रेट बहुत अच्छा रहा. कई तरह के अपराधों में कनविक्शन रेट अन्य प्रदेशों से बेहतर. महिलाओं से जुड़े अपराधों में 2018 में औसत समय 128 दिन था 2023 में 54 दिन में ही जांच पूरी हो रही. अब SC-ST के केसों में भी जांच का समय काफी कम हुआ है 64 दिन में जांच पूरी हो रही है. सजा का प्रतिशत भी कई राज्यों से बेहतर है.
उन्होंने कहा कि अपराधियों के अर्थ तंत्र को नुकसान पहुंचाया जा रहा. उनकी अवैध संपत्तियों की जानकारी जुटा रहे. 12 हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया गया. DGP उमेश मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने गुंडों पर नियंत्रण के लिए नया एक्ट बनाया. यह लागू होने से प्रभावी कार्रवाई हो सकेंगी. मादक पदार्थों की रिकवरी अच्छी संख्या में की गई है. पुलिस का रिस्पांस टाइम बहुत बेहतर रहा.उन्होंने कहा कि गैंगरेप में 12 घंटे से कम समय में 26 आरोपी पकड़े गए. अपराध होने के बाद पुलिस ने कम से कम समय में आरोपियों को पकड़ा. DGP उमेश मिश्रा ने कहा कि जो वांछित बदमाश देश से बाहर उन्हें वापस लाने के प्रयास जारी है. CBI से इस बारे में लगातार समन्वय जारी है.