जयपुरः स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शिक्षा विभाग की पहल सामने आई है. विभाग ने एक लाख शिक्षकों के बोर्ड परीक्षा परिणाम की डिटेल मांगी है. 19 हजार सेकंडरी व सीनियर सेकंडरी स्कूलों का बोर्ड परीक्षा परिणाम जांचेंगे. कम परिणाम पर संस्था प्रधानों, बोर्ड कक्षाओं के शिक्षकों पर सख्ती की तैयारी की गई है.
कम परिणाम पर शिक्षकों को नोटिस मिलेगा, स्कूलों की रैंकिंग तय होगी. परिणाम की जानकारी देने के लिए 16 नवंबर तक की तिथि तय की गई है. 16 नवंबर तक जानकारी नहीं देने वाले संस्था प्रधानों के खिलाफ कार्रवाई होगी. परिणाम की जानकारी मिलने के बाद इसके आधार पर स्कूलों की रैंकिंग तय होगी.
संस्था प्रधानों का 90 फीसदी या इससे अधिक परिणाम होने पर श्रेष्ठ माना जाएगा. जबकि 10वीं व 12वीं के शिक्षकों के 100 फीसदी परिणाम को श्रेष्ठ माना जाएगा. साथ ही न्यून परिणाम वाले संस्था प्रधानों और शिक्षकों को नोटिस जारी किया जाएगा.