VIDEO: CM भजनलाल शर्मा की घोषणा पर कवायद शुरू, नदी परियोजना में जल संरक्षण बढ़ाने की जेडीए बनाएगा योजना, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजधानी की द्रव्यवती नदी से जल संरक्षण को बढ़ाने की योजना पर जयपुर विकास प्राधिकरण ने कवायद शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधानसभा में इस योजना को लागू करने की घोषणा की थी. 

पिछली भाजपा सरकार में द्रव्यवती नदी पुनरुद्धार परियोजना पर काम शुरू किया गया था. अधिकांश भाग में यह परियोजना विकसित की जा चुकी है. गुजरात के साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर लागू की इस परियोजना पर अब तक करीब 14 सौ करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. इस परियोजना में द्रव्यवती नदी के बहाव क्षेत्र को पक्का करने से कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि इसके कारण नदी के आस-पास के इलाकों में भूजल का स्तर गिर गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के विनियोग विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए इस नदी से जल संरक्षण को बढ़ाने की नई योजना लागू करने की घोषणा की थी. आपको सबसे पहले द्रव्यवती नदी परियोजना को लेकर पूरी जानकारी देते हैं.

-11 अप्रेल 2016 को टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने द्रव्यवती नदी पुनरोद्धार परियोजना का काम शुरू किया था
-23 मई 2022 को टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने परियोजना का संचालन व रखरखाव शुरू कर दिया
-इस परियोजना के तहत नाहरगढ़ की पहाड़ियों से लेकर ढूंढ नदी तक 47.5 किलोमीटर लंबाई में  फैली इस नदी का पुनरुद्धार किया गया
-नदी के संरक्षण के लिए नाहरगढ़ की पहाड़ियों से लेकर 6 किलोमीटर तक गैबियन स्ट्रक्चर का निर्माण कर प्राकृतिक चैनल को ही संरक्षित किया गया है
-यहां से 35.50 किलोमीटर तक की लंबाई में घनी आबादी क्षेत्र में 150 फीट से 210 फीट तक कंक्रीट चैनल का निर्माण किया गया 
-पूरे साल नदी में पानी का बहाव सुनिश्चित करने के लिए 102 चेक डेम बनाए गए हैं
-35.50 किलोमीटर से  47.50 किलोमीटर तक कम आबादी वाले क्षेत्र में 435 फीट चौड़ाई में स्टोन पिचिंग चैनल का निर्माण किया गया
-नदी में प्रवाहित होने वाले गंदे पानी के परिशोधन के लिए 170 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) क्षमता के 5 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्मित किए गए हैं
-इसके अलावा पानीपेच में बर्ड पार्क, मानसरोवर में लैंडस्केप पार्क और बम्बाला में बॉटनिकल गार्डन विकसित किया गया है
-जल संरक्षण के लिए पूरी नदी के 84 स्थानों चार मीटर चौड़ाई और 
-25 मीटर लंबाई में चैक डेम्स के अपस्ट्रीम में पॉरस कंक्रीट से चैनल बैड का निर्माण किया है
-65 स्थानों पर नदी के बहाव क्षेत्र में डीप वाटर रिचार्जिंग पिट का निर्माण किया गया है

मुख्यमंत्री की बजट घोषणा को अमलीजामा पहनाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है. द्रव्यवती नदी परियोजना में जल संरक्षण को बढ़ाने के लिए जेडीए ने कंसल्टेंसी के लिए 15 लाख रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति दे दी है. जेडीए की ओर से नियुक्त की जाने वाली कंसल्टेंसी फर्म विभिन्न प्रकार के अध्ययन कर जेडीए को यह बताएगी कि इस परियोजना में जल संरक्षण को किस तरह से बढ़ाया जा रहा है. आपको विस्तार से बताते हैं कि कंसल्टेंसी फर्म क्या-क्या काम करेगी.

-परियोजना के तहत बहुत कम परिशोधित जल का ही उपयोग किया जा रहा है
-इस परिशोधित जल का उपयोग बढ़ाने और नदी के आस-पास भूजल स्तर बढ़ाने को लेकर कंसल्टेंसी फर्म जेडीए को सुझाव देगी
-इसके लिए कंसल्टेंसी फर्म मौजूदा परियोजना,उसके संचालन की स्थिति और भूजल संरक्षण के लिए परियोजना में किए प्रावधानों के प्रभावों का अध्ययन करेगी
-इस नदी परियोजना से पहले और बाद में भूजल स्तर के आंकड़े जुटाकर उनका अध्ययन करेगी
-नदी के बहाव क्षेत्र में भूजल का स्तर अधिक बढ़ाने वाले स्थानों का निर्धारण करेगी
-कंसल्टेंसी फर्म पानी का रिचार्ज बढ़ाने के लिए जरूरत पड़ने पर मौजूदा निर्मित संरचनाओं की डिजाइन में बदलाव और 
-नई बनाई जाने वाली संरचनाओं का डिजाइन प्रस्तावित करेगी
-पीने योग्य पानी को बचाने और परिशोधित पानी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए संभावित पॉलिसी फ्रेमवर्क प्रस्तावित करेगी