लखनऊ: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि सरकार चाहती है कि समाज का कोई भी तबका पीछे नहीं रहे और हर व्यक्ति आगे बढ़े. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को प्रदेश की बुक्सा जनजाति के लोगों को वनाधिकार पत्र वितरित कर उनसे संवाद के दौरान यह बात कही. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर बच्चे को पढ़ने, शिक्षा हासिल करने और आर्थिक रूप से उन्नति करने की सुविधा मिले.
उन्होंने कहा कि 'बुक्सा' समाज शिक्षा, सामाजिक व आर्थिक समेत सभी क्षेत्रों में पीछे है, इसलिए सरकार चाहती है कि वे भी कदम से कदम मिलाकर चलें. उन्होंने पूछा कि उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ लोग निवास करते हैं, लेकिन क्यों सिर्फ बुक्सा समाज को ही बुलाया गया है. इसका खुद ही जवाब देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि समाज का कोई धड़ा पीछे नहीं छूट जाए. एक बयान के मुताबिक राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘जब मैं राज्यपाल थी तो सरकार से बोली कि जनजातियों को आगे लाना है. उनके लिए बहुत काम हो रहे हैं. स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं. शुरुआत अच्छी हुई है तो सारी समस्याओं को दूर भी किया जाएगा. राष्ट्रपति ने कहा कि जिंदगी जीने के लिए घर जरूरी है. उन्होंने कहा कि लड़कियों की संख्या बढ़ रही है और आपमें से कोई पंचायत मुखिया बन गया, तो कोई समिति सदस्य. राष्ट्रपति ने कहा कि केवल सरकार का ही सहारा न लें, बल्कि आगे बढ़ने का जुनून होना चाहिए, मानसिकता मजबूत होनी चाहिए.
उन्होंने मनोबल को सशक्त करने पर जोर दिया. राष्ट्रपति ने कहा कि बेटा-बेटी दोनों को पढ़ाइए, सरकार से बात करूंगी कि जरूरत पर नजदीक स्कूल खोले जाएं. अभी एकलव्य विद्यालय खोले गए हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि आपको अपना पारंपरिक कार्य (खेती-बाड़ी, पशुपालन) भी करते रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि आर्थिक उन्नति के लिए सरकार सहयोग देती है, लेकिन बेहतरी के लिए हमें प्रयास करना चाहिए और प्रयास करने से ही आगे बढ़ सकते हैं. कार्यक्रम में आए प्रतिभागियों से राष्ट्रपति ने संवाद कर विकास कार्यों की जानकारी ली और आवश्यकताओं की पूर्ति का आश्वासन भी दिया. इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में ‘बुक्सा‘ जनजातीय विकास हेतु चलायी जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों पर निर्मित एक वृत्तचित्र ‘डाक्यूमेंट्री’ भी देखी . सोर्स- भाषा