बागपत (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के बागपत से एक भावनात्मक मामला सामने आया है. दिल्ली नरेला निवासी कांवड़िया राहुल कुमार ने सोशल मीडिया ट्रोलिंग से आहत होकर अपनी 35 दिन की कठिन कांवड़ यात्रा बीच में ही रोक दी. राहुल हरिद्वार से 121 लीटर गंगाजल सिर पर उठाकर लाए थे, जिसका उद्देश्य गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने की भावना से जुड़ा था.
उनका कहना है कि उन्होंने यह गंगाजल गौसेवा और देश के प्रति श्रद्धा के भाव से लाया था, लेकिन एक अखबार में छपी भ्रामक खबर ने सब कुछ बदल दिया. रिपोर्ट में दावा किया गया कि वह यह कांवड़ अपनी गर्लफ्रेंड को आईपीएस बनाने की मन्नत के लिए ला रहे हैं. इसके बाद सोशल मीडिया पर राहुल का मजाक उड़ाया गया, वीडियो और पोस्ट वायरल हो गए और ट्रोलिंग का सिलसिला शुरू हो गया.
“मैं गर्लफ्रेंड के लिए नहीं, गौमाता के लिए कांवड़ लाया था”, राहुल ने भावुक होते हुए कहा. उन्होंने बताया कि अफवाहों और मज़ाक ने उनकी आस्था को ठेस पहुंचाई, इसलिए अब वे आगे यात्रा नहीं बढ़ा पाएंगे. राहुल ने संबंधित वीडियो और पोस्ट को हटवाने की गुहार भी लगाई है. इस पूरे प्रकरण पर सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंटा हुआ है - कुछ लोग राहुल के समर्पण और भावना की सराहना कर रहे हैं, जबकि कुछ अब भी सवाल उठा रहे हैं. फिलहाल राहुल की यात्रा वहीं थम गई है, और वे बेहद आहत और दुखी हैं. यह मामला ना सिर्फ कांवड़ यात्रा की आस्था से जुड़ा है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सोशल मीडिया की अनियंत्रित ट्रोलिंग कैसे किसी की श्रद्धा और भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है.