राजस्थान की नर्सेज का जापान में बढ़ता क्रेज ! जापानी कम्पनी से मिले प्रस्ताव के बाद चिकित्सा विभाग ने मांगे आवेदन

जयपुरः राजस्थान के नर्सेज की डिमाण्ड अब 7 समन्द पार से भी आने लगी है. टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया में टॉप पायदान पर रहने वाले जापान की एक प्रमुख सेवा प्रदाता कम्पनी की डिमांड पर चिकित्सा विभाग ने इसके लिए कवायद शुरू की है.विभाग ने जापान में पांच साल तक सेवाएं देने के इच्छुक सरकारी और निजी क्षेत्र के सेवारत नर्सिंग कर्मियों से आवेदन मांगे हैं.

वैसे तो भारत की नर्सिंग केयर पूरी दूनिया में प्रसिद्ध है. लेकिन केरल और राजस्थान का नाम इसमें पहले नम्बर पर है. यही कारण है कि अब जापान में राजस्थान के नर्सेज की डिमांड बढ गई है. जापान में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की दिग्गज कम्पनी जापानीज हॉस्पीटल एंड केयर हॉम्स ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस बारे में पत्र लिखा है. पत्र में बताया गया है कि जापान में बुजुर्गों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, जिनकी मेडिकल केयर के लिए वहां नर्सेज की शॉर्टेज है. ऐसे में बुजुर्गो की केयर के लिए जापान को नर्सेज की आवश्यकता है. पत्र में बताया गया है कि काम करने के इच्छुक नर्सेज को जापानी भाषा सीखनी होगी. साथ ही सलेक्शन के लिए नर्सेज केयर स्कील टेस्ट लिया जाएगा. जिसके बाद जापान में पांच साल के लिए नियुक्ति की जाएगी. नर्सेज का वेतन और अन्य लाभ जापान के कार्मिकों की तरह होंगे. सीएमओ में आए इस प्रस्ताव को देखते हुए चिकित्सा विभाग ने सरकारी क्षेत्र और प्राइवेट क्षेत्र में सेवारत नर्सिंग ग्रेजुएट के आवेदन मांगे हैं. 

जापान में सेवाएं देने के लिए जयपुर में खुलेगा नर्सिंग कॉलेज !
जापानीज हॉस्पीटल एंड केयर हॉम्स ने सीएम को लिखा पत्र
इसमें बताया गया कि जापान में 2025 तक बड़े स्तर पर नर्सेज का शॉटेज
बुजुर्गों के हिसाब से 290,000 नर्सिंग देखभाल पेशेवरों की कमी का अनुमान
साथ ही ये भी बताया गया कि जापान में 2055 तक 40 फीसदी जनसंख्या होगी बुजुर्गो की
ऐसे में जापान में नर्सेज की डिमांड तेजी से बढने वाली है, जिसको देखते हुए चल रही प्लानिंग
जापानीज हॉस्पीटल एंड केयर हॉम्स जल्द ही जयपुर में नर्सिंग कॉलेज खोलने का बना रहा विचार
ताकि, राजस्थान के प्रशिक्षित नर्सेज को मानव सेवा और रोजगार के लिए भेजा जा सके जापान

विभाग के निदेशक अराजपत्रित राकेश कुमार शर्मा ने सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, अस्पताल अधीक्षक, संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ, पीएमओ समेत अन्य प्रभारी अधिकारियों को पत्र भेजकर इच्छुक नर्सेज से आवेदन लेने को कहा है. हालांकि अभी ये पूरी कवायद शुरुआती स्टेज में है. नर्सिंगकर्मियों को जापान में काम करने की गाइडलाइन सामने नहीं आई है. जो सरकारी नर्सिंगकर्मी जापान में नौकरी के लिए जाना चाहेगा. उसके लिए किस तरह के ऑप्शन होंगे. ये सबकुछ अभी साफ होना बाकी है. लेकिन जरूरत माना जा रहा है कि प्राइवेट सैक्टर के कई नर्सेज अच्छे पैकेज के लिए जापान जाने के लिए तैयार होंगे. इस बारे में राजस्थान नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार भारती का कहना है कि राजस्थान की नर्सेज की देश दुनिया में बेस्ट नर्सिंग केयर के रूप पहचान है. देश के सभी बड़े इस्टीट्यूट में राजस्थान की नर्सेज सेवाएं दे रहे है. जापान की कम्पनी से जो प्रस्ताव मिला है, उससे राजस्थान के नर्सेज के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे.